श्रवण आकाश, खगड़िया की कलम से
खगड़िया जिला के नवोदित किसान संघ परबत्ता के सभी सदस्यों और कार्यकर्ताओं ने आपसी बैठक कर प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से बिहार सरकार के कई पदाधिकारियों सहित परबत्ता अंचलाधिकारी को जमकर साधा निशाना । साथ ही साथ दफ्तर में कभी ना बैठने और बिचौलिए का पालन कर किसानों के विभिन्न मांगों या आवेदनों पर महीनों भर टालमटोल करने को लेकर जमकर किया विरोध । इतना हीं नहीं कई पदाधिकारियों के समक्ष बिना टेबल पर रिश्वत ना देने से काम नहीं होने की भी बताई बात। अंततः इसी तरह की बातों को लेकर नवोदित किसान संघ ने संबंधित पदाधिकारियों और बिचौलिए के कारनामों का किया भंडाफोड़। जिसके कारण राज्य स्तर के उच्च पदाधिकारियों का संबंधित भ्रष्ट और रिश्वतखोर पदाधिकारी के इस रवैया पर ध्यान आकृष्ट हों। परबत्ता अंचल अधिकारी के अंचल कर्मी और मनरेगा अधिकारी को भ्रष्टाचार व बिचौलिए में लिप्त होने की बात बताया । अंततः अंचलाधिकारी के विरुद्ध कई तरह के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।


वहीं मौजूद नवोदित किसान संघ के अध्यक्ष रामानुज प्रसाद रमन ने कहा कि बीते 19 मई 2022 को भीषण आंधी और तूफान में किसानों के खेतों में लगी फसलें आम, लीची, केला, मकई आदि लगे बागान का फसलें एवं घर को पूरी तरह बर्बाद क्षतिग्रस्त हो गई थीं। इसके साथ ही साथ पुनः 30 मई की भीषण आंधी – बारिश ने कोई कसर नहीं छोड़ी, जिसके कारण बेबस किसान बर्बादी को लेकर बेहद निराश एवं हताश हैं और इधर सरकार नवोदित किसान के दुख भरी क्षणों को नजरंदाज कर कुंभकर्णी निंद्रा में सोए हुए, लेकिन कोई सहयोग या फिर आंशिक लाभ अब तक नहीं दे पाईं हैं।


वहीं नवोदित किसान संघ के सदस्य और जिला परिषद प्रतिनिधि जयप्रकाश यादव ने बताया कि अंचल कार्यालय परबत्ता में कृषि कार्यों से जुड़े तमाम मामले में भारी रकम की अवैध वसूली किसानों से की जा रही हैं। 27 अप्रैल 2022 को डी.आर.डी.ए के निदेशक के नेतृत्व में गठित जांच दल के समक्ष नवोदित किसान संघ ने जमाबंदी के परिमार्जन के नाम पर अवैध वसूली के मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाया था। अंचलाधिकारी परबत्ता ने जांच दल के समक्ष मई 2022 तक जमाबंदी परिमार्जित करने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन आज 26 मई होने चली हैं। लेकिन भ्रष्ट अंचलाधिकारी अंशु प्रसून के हाथ या फिर बिचौलिए के हाथ मोटी रकम नहीं देने के कारण अब तक इस कार्य को प्रारंभ भी नहीं किया गया हैं। जिससे किसानों को बहुत परेशानियां झेलनी पड़ रही है। नवोदित किसान संघ ने मांग की थी कि किसानों के बीच कैंप लगाकर परिमार्जन के उससे का समाधान करें, जिसको आज तक नजरअंदाज कर दिया जा रहा है।


वहीं नवोदित किसान संघ के सहायक सचिव धीरेन्द्र मोहन मिश्र ने कहा कि संवेदनशील जमीन मापी के मामले में भी मोटी रकम रिश्वत लिया जाता हैं। इसका उदाहरण नवोदित किसान संघ के उपाध्यक्ष श्री रामचंद्र यादव पिता जागृति यादव बन्देहरा का मापी संबंधित अभिलेख वर्षों से परबत्ता अंचलाधिकारी सीओ अंशु प्रसुन के आदेश की प्रतीक्षा से लटका हुआ हैं और यह जिलाधिकारी महोदय ने जांच टीम के समक्ष 28 अप्रैल को ही इस पर आदेश जाने का आश्वासन दिया था । लेकिन रिश्वत नहीं देने के कारण आश्वासन मात्र हीं रह गई। लेकिन कुछ कार्य नहीं हुई। साथ ही साथ सुधांशु पोद्दार पिता स्वर्गीय त्रिवेणी पोद्दार बंदेहरा एवं अन्य को अंचल कार्यालय का ज्ञापांक 759 दिनांक 30 अप्रैल 2022 के द्वारा सच्चिदानंद यादव के नापी के विरोध में आपत्ति दर्ज करने की नोटिस जारी की गई और इधर नवोदित किसान संघ कुंभकर्णी की घोर नींद में सोई रही तथा अंचलाधिकारी अंशु प्रसून टालमटोल करते रहें। जिसका हम सभी उच्च स्तरीय जांच कर कार्रवाई करने की मांग करते हैं।

वहीं मौजूद नवोदित किसान संघ के सचिव मदन मोहन सिंह ने बताया कि सियादतपुर अगुआनी पंचायत के दियारा में गेहूं फसल में आगजनी से सैकड़ों एकड़ जमीन फसल जलकर राख हो गईं थीं। जहां पीड़ित किसानों को इसका उचित मुआवजा अब तक नहीं मिल पाई है। आनन-फानन में सरकारी कर्मी एवं पदाधिकारी के बिचौलियों की मिलीभगत से कुछ किसानों को आर्थिक लाभ देखकर उसकी क्षतिपूर्ति की गई। लेकिन सभी किसानों को अब तक क्षतिपूर्ति नहीं दी गई है। इतना हीं नहीं बिना आगजनी से पीड़ित किसानों को भी बिचौलिए की सांठगांठ से क्षतिपूर्ति मुहैया कराने आदि की हम मांग करते हैं कि इसकी पुनः उच्च स्तरीय जांच हों और सभी पीड़ित किसानों को आंशिक लाभ दिया जाए। मनरेगा कार्यालय पर भी कई तरह के आरोप लगाते हुए कहा कि मनरेगा कार्यालय में भ्रष्टाचार का बोलबाला है । इसके तहत पशु शेड बनाए जाने में भी घपला हो रही है । लाभुक परेशान हैं इधर एक पशु शेड में लाभुक को 80 हजार ही मिलते हैं । शेष पैसों का बंदरबांट हो जाता हैं। उन्होंने इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। यदि जल्द इन सभी मामलों पर सरकार द्वारा उचित कार्य नहीं करती हैं, तो नवोदित किसान संघ अंचल कार्यालय और मनरेगा कार्यालय में तालाबंदी करेंगे। मौके पर मोहन चौधरी, महंत जी, सच्चिदानंद यादव, शंभू यादव, अरविंद यादव, जितेंद्र सिंह, जयंत लाल यादव सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।
