श्रवण आकाश की कलम से
बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महा विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के आवाहन पर के.एम.डी कॉलेज परबत्ता प्रक्षेत्र इकाई संघ के द्वारा प्राचार्य कार्यालय का घेराव किया गया। जहां बिहार सरकार के दोहरी नीति के कारण और शिक्षा विभाग के द्वारा के.एम.डी काॅलेज, परबत्ता में कार्यरत ननटीचिंग स्टाफ के बीच हुई समस्याओं को लेकर विभिन्न कर्मचारियों ने शांतिपूर्ण एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर अपनी बारह सुत्री मांग रखा। जिसके चलते काॅलेज परिसर में आई छात्र – छात्राएं की विभिन्न कार्यों को भी स्थगित कर दी गई थी।

वहीं तृतीय वर्गिय कर्मचारी अतुल कुमार ने बताया कि हमारे इस धरना प्रदर्शन का एक ही मुख्य उद्देश्य थी कि सोई हुई सरकार को जगाना, अर्थात हमारी सरकार सोई हुई है बारंबार प्रतिवेदन प्रस्तुत करने पर नजर अंदाजी करती आ रही है। वहीं मौजूद प्रक्षेत्र पुर्व सचिव सह पुस्तकालय साहित्य पद पर आसीन कर्मी आशीष कुमार ने बताया कि हमारे द्वारा बारंबार मांगे को लिखित आवेदन दिए थे,जिसे दरकिनार कर दिया गया और महाविद्यालय को सुचारू रूप से संचालन हेतु कोई जवाब भी नहीं दिए। इसी प्रकार की रवैया को देख प्रदेश सचिव के कथनानुसार हमलोगों में धरना प्रदर्शन करने पर उतारू हुए। साथ ही साथ राजस्व लेखापाल कर्मी मिथलेश कुमार ने बताया कि बारह सुत्री मांग सिर्फ और सिर्फ हमारी मांग नहीं बल्कि सभी महाविद्यालयों के समस्याओं की मांग हैं।

अंततः केएमडी महाविद्यालय के सहायक प्राचार्य मोहम्मद तबारक अंसारी ने विभिन्न समस्याओं को लेकर बताया कि काॅलेज में तो सब दिन समस्याएं रहती हीं है, फिलहाल इन सभी की मांग करना जायज है और सबों को अपनी बात रखने की भी स्वतंत्रता दी गई है। जिसके कारण सभी अपनी आवाज सिनियर की कुर्सी से लेकर बिहार सरकार के कुर्सी तक पहुंचा सकें। आखिरकार इनके हितों व समस्याओं के प्रतिवेदन को मैं बिल्कुल अपने अधिकारियों के समक्ष प्रदर्शित करने का संकल्प लेता हूं।

मौके पर ज्ञानदेव दास,रीजन मंडल, उदय कुमार, निरंजन चौधरी, राजाराम, विनय कुमार, शिक्षक अंशु कुमार राय, ललन मंडल, अरविंद शर्मा, शिक्षिका प्रीति कुमारी आदि कर्मी मौजूद थे ।