
चंडी पाठ हवन यज्ञ कराना सनातन धर्म का है प्रतीक – जदयू प्रवक्ता मनमन बाबा
श्रवण आकाश, खगड़िया की खास रिपोर्ट
खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत अगुआनी से सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल परियोजना बीते कई महीनों से लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं। हालांकि इसके पीछे का मुख्य रहस्य पिछले दिनों अचानक सुल्तानगंज की ओर पिलर संख्या सात एवं आठ के बीच खड़े सुपरस्ट्रक्चर का अचानक जमींदोज होना। वहीं कंपनी की ओर से तुरंत बयान जारी कर स्ट्रक्चर गिरने की मुख्य वजह टेक्निकल खामियों को बताया गया था। बहरहाल बाद में इस पर कई जांच भी बैठाई गई, जिसका रिपोर्ट अभी आना बाकी हैं। स्ट्रक्चर गिरने के बाद के घटनाक्रम पर गौर करें तो लगातार कई मीडिया चैनल एवं अखबारों की सुर्खियां में यह निर्माणाधीन पुल हैडलाइन में आ गई थी। इतना ही नहीं इसको लेकर जो आई.ए.एस अधिकारियों के द्वारा बयान दिया गया और उस बयान को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जिस लहजे में कहा वह भी काफी सुर्खियों मे रही।

वहीं इधर लगातार कई हादसों एवं घटनाओं के बाद एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से चंडी पाठ का एक धार्मिक कार्यक्रम पुल निर्माण कंपनी के श्रीरामपुर ठुठ्ठी स्थित बेस कैंप मे चल रहा है। बताया जा रहा है कि यह अनुष्ठान सात दिवसीय हैं। वहीं इस धार्मिक कार्यक्रम को पूरा करने के लिए कई विद्वान पंडितों को भी बुलाया गया हैं। इन दिनों पुल निर्माण कंपनी के कई अभियंता एवं कर्मी इस अनुष्ठान को संपन्न करने में जुटे हुए हैं। 29 अप्रैल की देर रात निर्माणाधीन पुल का स्ट्रक्चर अचानक जमींदोज हो गया था। 31 दिसंबर 2022 तक पूरा होने का था लक्ष्य, गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को इस महासेतु का शिलान्यास किया था। जिसके बाद में मार्च 2015 से एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी दिन रात एक कर महासेतु के निर्माण कार्य में जुटी हुई है। फोरलेन महासेतु के निर्माण कार्य के साथ ही संपर्क सड़क निर्माण कार्य तेज गति से जारी हैं। दोनों तरफ कुल 25 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाना है जिसमें अगुआनी से पसराहा तक करीब 21 किलोमीटर सड़क का निर्माण जारी है। बीते दिनों कंपनी के डायरेक्टर ने बताया था कि गंगा नदी के बीच पाया के ऊपर सुपर स्ट्रक्चर का कार्य तेजी से चल रहा हैं। 3160 मीटर लंबे इस फोर लाइन पुल का करीब 25 सौ मीटर का हिस्सा पूरा कर लेने का दावा किया गया था। जबकि बचे हुए 660 मीटर पर कार्य तेजी से जारी रहने की बात बताया गया । बिहार राज्य पुल निगम लिमिटेड एवं निर्माण कंपनी के अधिकारियों की ओर से जारी एक बयान में 31 दिसंबर 2022 तक पुल को हर हाल में चालू करना था। लेकिन अचानक 29 अप्रैल के बाद हुई घटनाओं के चलते फिलहाल इसके निर्माण कार्यों पर बड़ा असर देखा जा रहा हैं। हालांकि अब तक अधिकारिक तौर पर निर्माण कार्य पूर्ण होने के तिथि का औपचारिक तौर पर घोषणा नहीं हुआ हैं। लेकिन निर्माण पूरा होने में अभी 1 साल का और वक्त लग सकता है।

19 मई कबेला गांव निवासी इंजीनियर निलेश कुमार की मौत
16 मई को निर्माणाधीन फोरलेन सड़क पर अज्ञात शव बरामद पुल निर्माण कंपनी में चलने वाले वाहन से धक्का लगने के बाद मौत की आशंका
29 मई को स्ट्रक्चर गिरने की घटना
11 अप्रैल को हाईवा में भीषण आगजनी की घटना
9 दिसंबर 2021 को पुल निर्माण कंपनी के हाइड्रा की चपेट में आने से डुमरिया बुजुर्ग गांव में 10 वर्षीय बच्ची पूजा कुमारी की मौत
19 फरवरी 2021 को शार्ट सर्किट से हाईवा में आग की घटना
9 जनवरी 2021 को मोजाहिदपुर बजरंगबली स्थान के समीप 8 वर्षीय बच्ची पूजा कुमारी की निर्माण कंपनी के वाहन के चपेट में आने के बाद मौत
19 जनवरी 2021 को निर्माण कार्य के दौरान मिट्टी लेवलिंग के क्रम में महदीपुर के 21 वर्षीय ट्रेक्टर ड्राइवर अमित कुमार की मौत।
5 मई 2018 निर्माण कंपनी के कर्मी डुमरिया बुजुर्ग निवासी दीपक चौधरी उर्फ बुधो चौधरी की डूबने से मौत
9 अप्रैल 2017 डुमरिया बुर्जुग निवासी विक्रम कुमार निर्माण कंपनी के अंतर्गत चलने वाले वाहन के चपेट मे आकर बुरी तरह जख्मी हो गये थे, कई साल तक उपचार के बाद जीवित हैं, लेकिन दोनों पैर गांवा बैठे।

वह एसपी सिंगला पूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के बेस कैंप पर चंडी पाठ हवन यज्ञ को लेकर एआईएसएफ के जिला सचिव प्रशांत कुमार सुमन ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों को धर्म-कर्म पर विशेष आयोजन कराने पर लगता है कि यहां के अधिकारियों को अपने शिक्षा अर्जन किए हुए पढ़ाई पर से विश्वास उठ गई हैं। जिसके कारण व जमीन दोज स्ट्रक्चर की जांच और सुदृढ़ रूप में पुल निर्माण कराने के बजाय अलग ही प्रक्रिया अपनाएं अपनाते नजर आ रहे हैं जोकि बिल्कुल नाइंसाफी और गलत है। वहीं जीप सदस्य जयप्रकाश यादव ने कहा कि अधिकारी अपने भरस्टाचार पर पर्दा डालने के लिए हीं चंडी पाठ करवा रहे हैं। पुल निर्माण में बड़े पैमाने पर अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मिलकर लूट खसोट मचाया। जिसका परिणाम हुआ कि पुल बनने के पहले ही भरभरा कर गिर गए।

जबकि जदयू के प्रवक्ता मनमन बाबा ने बताया कि पुल निर्माण कंपनी में घटनाएं अधिकांशतः जगहों पर होती रहती हैं और इस तरह की घटनाएं अन्य जगहों पर भी पुल निर्माण में देखने को मिलती हैं। रही बातें स्ट्रक्चर गिरने की तो निर्माण के दौरान ऐसे ही बनना – गिरना यह सब लगा ही रहता हैं। जिसकी जिसको लेकर अधिकारियों को सेफ्टी बरतने की आवश्यकता है और समय समय पर कर्मियों को सावधानियां बरतने को लेकर जागरूक करने की भी आवश्यकता हैं। फिलहाल पुल निर्माण कंपनी के द्वारा चंडी पाठ का आयोजन एकदम सही हैं। हम लोगों की एक सनातन धर्म में शांति व्यवस्था कायम रखने को लेकर पुजा पाठ कराई जाती हैं। जो एक अति आवश्यक है और इसका हम समर्थन करते हैं। वहीं खीराडीह पंचायत के युवा मुखिया राहुल कुमार ने बताया कि पुल निर्माण कंपनी के आसपास या फिर कार्य के दौरान जहां भी जिसके भी परिवार में जितनी भी मौतें हुई हैं, उनपर पुल निर्माण कंपनी के अधिकारी द्वारा उचित मुआवजा दी गई हैं। इतना ही नहीं स्ट्रक्चर गिरना और उठना लगा रहेगा। क्योंकि पुल अभी निर्माण की गति में हीं हैं ना कि निर्माण कार्य पुर्ण हों गई है। बांकी विरोध पक्षों का काम हीं है विरोध करना और वो कितना भी अच्छा कार्य हो विरोध करने से बाज नहीं आयेंगे। वहीं पुल निर्माण बैस कैंप में हवन यज्ञ कराना हिन्दू रिती रिवाज के अनुसार मजदूरों की सुख शांति और सुदृढ़ रूप में बिन बाधाएं के अविलंब निर्माण कार्य पूर्ण होने के उद्देश्य से बिल्कुल जायज है। इसका हम समर्थन करते हैं।
