परबत्ता थाना पुलिस अपराधियों के शिकंजे पर रोक लगाने में लगातार असफल

IMG 20220802 WA0007

श्रवण आकाश, खगड़िया की कलम से

जिला प्रशासन को परबत्ता थाना पर कड़ी निगरानी बरतने की हैं आवश्यकता

खगड़िया जिले में यदि बीते जुलाई माह में अपराधियों द्वारा कई बड़ी घटनाएं की बात की जाय तो सबसे ज्यादा और कई बड़ी घटनाएं वाले थाना क्षेत्र की बात करें तो बेहिचक आपके लफ़्ज़ों में परबत्ता थाना आ जाएगी। जहां खासकर अपराधियों की सबसे अधिक घटनाएं की सुची तैयार आपको नजर आएंगे ‌। लेकिन दुर्भाग्यवश परबत्ता थाना पुलिस किसी भी मामले पर अब तक संतोषजनक कदम अब तक नहीं उठा पाई हैं। जिसके कारण वर्तमान समय में आपराधिक मामले दिन ब दिन बढ़ती हीं जा रही हैं। आखिर क्यों ? एक ओर जहां स्थानीय अधिकारियों और नेताओं द्वारा शांति अमन चैन स्थापित करने की बातें की जा रही हैं तो दूसरी ओर परबत्ता थाना में मौजूद आपराधिक मामले दर्ज की फाइलें पर फाइल से अलमीरा भरती नजर आ रही हैं। लेकिन पीड़ितों के प्रति संतोषजनक कदम परबत्ता थाना द्वारा अब तक नहीं बढ़ पा रही हैं।

IMG 20220802 WA0007 1

क्या आप जानते हैं जुलाई माह में परबत्ता थाना का आपराधिक स्थिति

* बीते माह में मड़ैया बाजार स्थित कृष्णा ज्वैलर्स दुकान पर महिला चोर द्वारा चोरी की घटना को दिया था अंजाम। जिसका वीडियो भी तेजी से हुई थी वायरल। लेकिन नहीं हो पाई गिरफ्तारी।

* बीते 1 जुलाई को सार्वजनिक उच्च विद्यालय, तेमथा में असामाजिक तत्वो व उपद्रवियों द्वारा तोड़फोड़ की घटना को दिया था अंजाम। जिसपर अब तक कोई संतोषजनक नहीं की गई पहल ‌। स्थिति पुर्व रुपेण बनी पड़ी हैं। कभी भी हो सकती है बड़ी घटनाएं ‌।

* बीते 7 जुलाई को महिला के ऊपर सलारपुर गांव में आपसी विवाद में हुई थी जानलेवा हमला, बाल बाल बची थीं पीड़ित महिला। नहीं हो पाई गिरफ्तारी ‌। पीड़िता महिला इलाज के पश्चात परिजनों के संग अब तक न्याय खातिर दर – दर भटक रहीं हैं।

* बीते 12 जुलाई को दहेज के कारण करना गांव में विवाहिता महिला बबिता देवी की बेरहमी से हत्या कर शव को गायब कर दिया था। आरोपी बच्चे को लेकर फरार हो जाने की हुई थी निंदनीय घटना। पीड़िता के मनमुताबिक नहीं कर पाई पुलिस संतोषजनक कोई पहल। मृतक महिला के माता – पिता अब तक खा रहे संबंधित अधिकारियों के दर दर ठोकरें। नहीं मिल पाई रही इंसाफ।

* बीते 14 जुलाई को भी ससुराल वालों द्वारा दहेज प्रताड़ित में कर्ना गांव में हीं तीन बच्चे की मां गुंजन कुमारी के ऊपर परिजनों ने बेरहमी से किया था जानलेवा हमला, जहां बाल बाल बची महिला की स्थिति गंभीर अब तक। नहीं हो पाई गिरफ्तारी। पीड़िता अपने परिजनों के संग न्याय खातिर लगा रहीं संबंधित अधिकारियों के दफ्तरों का चक्कर। नहीं मिल पाई अब तक इंसाफ।

* बीते 15 जुलाई को करना गांव में ही घरेलू आपसी विवाद में हीं ससुराल वालों के द्वारा दहेज प्रताड़ना से तंग आकर एक महिला निक्की देवी ने जहरीला पदार्थ खाकर दे दी थी जान, जिसको लेकर भी आसपास के इलाकों में मची थी हलचली लेकिन अब तक नहीं बढ़ पाई पुलिस की संतोषजनक कदमें।

* बीते 15 को चकप्रयाग गांव में दहेज प्रताड़ना में पारिवारिक कलह में गर्भवती पत्नी अर्चना देवी पर सनकी पति ने गोली मार किया था जानलेवा हमला, जिसके कारण अब तक गर्भवती पत्नी की स्थिति नाजुक बन वर्तमान समय में भी हैं इलाजरत। लेकिन दुर्भाग्यवश नहीं हो पाई गिरफ्तारी।

* वहीं बीते 20 जुलाई को नयागांव दियारा क्षेत्र में जमीन पर लगे वृक्ष कटाई विवाद में एक पक्ष ने दुसरे पक्ष पर गोलीबारी की घटना को दिया था अंजाम, जिसमें दो युवक नयागांव निवासी बमबम सिंह का बेटा शुभम कुमार और शिवम कुमार हुए थे घायल, अब तक इलाजरत। लेकिन नहीं हो सकीं है ‌। गिरफ्तारी

* बीते 24 जुलाई को नयागांव में पड़ोसी शादीशुदा युवक ने किया था, एक नाबालिग लड़की के साथ जबरन दुष्कर्म। जिसको लेकर अब तक नहीं हो पाई गिरफ्तारी। दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों के बीच आरोपी के धमकी से है भयभीत। जबकि इधर परबत्ता थाना पुलिस नहीं कर पाईं हैं अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी। पीड़िता के स्वजनों द्वारा लगातार प्रशासन से आरोपी की गिरफ्तारी हेतु लग रही गुहार।

* इतना हीं नहीं 28 जुलाई को कन्हैयाचक गांव में दबंगों व अपराधियों द्वारा दबंगई बरकरार रखने हेतु दिनदहाड़े किया था ताबड़तोड़ फायरिंग। जिसको लेकर भी प्रशासन कर्मियों द्वारा चुप्पी साधे हुए आए थे नजर। लेकिन नहीं उठा पाई अब तक प्रशासन संतोषजनक कदम।

IMG 20220802 WA0008
परबत्ता थानाध्यक्ष :- धर्मेन्द्र कुमार पाल

अंततः परबत्ता थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पाल सहित अन्य पुलिस प्रशासन पुछताछ में कहते हैं कोशिशें जारी हैं। अपराधियों सबके सब फरार हो गया हैं। धैर्य रखिए बहुत जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। लेकिन ये बातें सिर्फ थाना परिसर और आश्वासन तक हीं सीमित दिख रही हैं। ना कि किसी अपराधियों को गिरफ्तार और पीड़ितों के मुताबिक प्रशासनिक कार्रवाई। अब आप खुद सोचिए और समझिए परबत्ता थाना पुलिस क्या कुछ कर सकते हैं। जबकि जुलाई माह से पहले भी कई दुष्कर्मियों और बड़े – बड़े आपराधिक मामले से संबंधित फाइलें पड़ी हैं। अगर इस तरह होती रही तो मजबूर बेकसूर पीड़ितों को परबत्ता थाना पुलिस पर से उठ सकती हैं विश्वास। जिसके लिए जिला प्रशासन को परबत्ता थाना पर कड़ी निगरानी की हैं आवश्यकता।

IMG 20220802 WA0005

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *