नवगछिया | गंगा का रौद्र रूप अब तबाही की चेतावनी देने लगा है। शनिवार देर रात इस्माइलपुर बिंद टोली तटबंध के सपर संख्या-9 के डाउनस्ट्रीम में करीब 20 से 25 मीटर तक भीषण कटाव ने लोगों की नींद उड़ा दी। कटाव की सूचना मिलते ही जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की टीम तुरंत मौके पर पहुँची और फ्लड फाइटिंग मोड में जिओ बैग और एनसी डालने का कार्य आरंभ कर दिया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले वर्ष की तरह इस बार भी वही भयावह मंजर दोहराया जा रहा है। जहाज घाट की ओर तटबंध एक बार फिर कटाव की चपेट में है। कटाव धीरे-धीरे रुकने की स्थिति में बताया जा रहा है, परंतु नदी का बढ़ता दबाव चिंता की लकीरें खींच रहा है।
जानकारी के अनुसार, गंगा का जलस्तर पिछले 12 घंटों में 15 सेंटीमीटर की तेजी से बढ़ा है और शनिवार की शाम 6 बजे इस्माइलपुर-बिंद टोली में डेंजर लेवल 31.60 मीटर को पार कर चुका है। नदी के रुख से साफ है कि वह अब तटबंध तोड़ने और आबादी में घुसने को बेताब नजर आ रही है।
इधर कोसी नदी भी शांत नहीं है। मदरौनी में पिछले 12 घंटे में 10 सेंटीमीटर की बढ़त के साथ उसका जलस्तर 29.82 मीटर पर पहुँच चुका है, जिससे दोहरी आपदा का संकट मंडरा रहा है।
प्रशासन और जल संसाधन विभाग की टीमें चौकसी में जुटी हैं, लेकिन ग्रामीणों की आंखों में डर और दिल में आशंका साफ झलक रही है। यदि गंगा का उफान इसी तरह जारी रहा तो हालात किसी भी वक्त बिगड़ सकते हैं।
गंगा की इस चेतावनी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि प्रकृति से लापरवाही का जवाब हमेशा भारी पड़ता है।