भागलपुर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक की समीक्षा बैठक में मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने दिए निर्देश, बैंक की प्रगति पर जताई संतुष्टि

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भागलपुर – सहकारिता विभाग, बिहार सरकार के माननीय मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने शनिवार को जिला अतिथि गृह, भागलपुर में भागलपुर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की वित्तीय वर्ष 2024-25 की गहन समीक्षा की। इस दौरान बैंक के प्रबंध निदेशक  पप्पू कुमार ने बैंक की वर्तमान वित्तीय स्थिति की विस्तृत जानकारी दी।

बताया गया कि वर्ष 2024-25 में बैंक ने ₹408.21 लाख का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। बैंक की कुल पूंजी ₹8802.37 लाख, रिजर्व व सरप्लस ₹5780.32 लाख, कुल जमा ₹20267.06 लाख तथा कुल ग्राहक ऋण ₹28640.81 लाख है। साथ ही, बैंक का CRAR 25.95% तथा साख जमा अनुपात 141.32% है, जो बैंक की वित्तीय सुदृढ़ता को दर्शाता है।

कृषि व गैर-कृषि ऋण वितरण –
बैंक ने वर्ष 2024-25 में 628 किसानों को ₹195.14 लाख तथा 418 गैर-कृषि ग्राहकों को ₹280.96 लाख का ऋण प्रदान किया।

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वहीं धान अधिप्राप्ति योजना के तहत बैंक ने लगभग 25 हजार किसानों को ₹46764.30 लाख की राशि RTGS/NEFT के माध्यम से उनके खातों में स्थानांतरित कर लाभान्वित किया।

बैठक के दौरान मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बैंक की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कई अहम निर्देश भी दिए—

🔹 बैंक का पूर्ण कम्प्यूटरीकरण शीघ्र पूरा किया जाए।
🔹 सभी शाखाओं का आधुनिकीकरण कर बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
🔹 सभी कर्मचारियों को खाता खोलने हेतु लक्ष्य निर्धारित कर कार्य कराया जाए।
🔹 बैंक परिसरों की चारदिवारी सुनिश्चित की जाए।
🔹 जनधन योजना के तहत अधिकतम खाता खोलने पर जोर दिया जाए।
🔹 कैंप आयोजन की तिथि पूर्व से ही हितधारकों को सूचित किया जाए।
🔹 बैंक विकास हेतु सुनियोजित कार्य योजना तैयार कर उस पर अमल किया जाए।

मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि बिहार के 38 में से 23 जिलों में सहकारी बैंक कार्यरत हैं, शेष 15 जिलों में भी बैंक खोलने की प्रक्रिया प्रगति पर है। साथ ही, जिन प्रखंडों में सहकारी बैंक की शाखा नहीं है, वहां भी शीघ्र ही शाखाएं खोली जाएंगी।

भागलपुर में सहकारिता बैंकिंग के विस्तार और पारदर्शिता की दिशा में यह बैठक एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।



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