बिहपुर । नरकटिया जमींदारी बांध पर गंगा एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखा रही है। जलस्तर भले थोड़ा घटा हो, पर नदी की धार अब भी बांध की ओर तेजी से बढ़ रही है। मिट्टी भराई और बचाव कार्य दिन-रात जारी है, फिर भी कटाव थमने का नाम नहीं ले रहा।
तेज बहाव से मिट्टी धंस रही है और खेतों के बह जाने का डर लोगों की नींद उड़ा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि हर साल यही कहानी दोहराई जाती है — बरसात आती है, गंगा गरजती है, और गांव वाले कटाव से जूझते हैं।
ग्रामीणों की मांग है कि सरकार इस बार “अस्थायी नहीं, स्थायी समाधान” दे — ताकि बांध बचे, खेत बचे और गांव की ज़िंदगी भी बचे।
इधर प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण विभाग हालात पर कड़ी नजर रखे हुए हैं, पर लोगों का कहना है कि अब केवल “नजर” नहीं, “ठोस कदम” चाहिए।