झंडापुर से अवैध बालू खनन पर विवाद गहराया, जनसुराज नेता पवन चौधरी को रैकी कर धमकाने का आरोप
नवगछिया । झंडापुर थाना क्षेत्र में अवैध बालू खनन को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। कोसी नदी के त्रिमुहान घाट से चोरहर घाट तक चल रहे बालू माफियाओं के नेटवर्क के खिलाफ आवाज उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता एवं जनसुराज पार्टी के नेता पवन चौधरी ने अपनी जान को गंभीर खतरा बताते हुए पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है।

60 वर्षीय पवन चौधरी ने थाना अध्यक्ष झंडापुर को सौंपे आवेदन में आरोप लगाया है कि इलाके में उजली बालू की अवैध कटाई कर उसे ईंट-भट्ठों में बेचा जा रहा है। इस अवैध कारोबार में कथित तौर पर वीरू कुमार और अमन कुमार का नाम सामने आया है। चौधरी ने कहा कि दोनों आरोपी संगठित रूप से बालू माफिया गिरोह संचालित कर रहे हैं।

चौधरी ने आवेदन में लिखा है कि जब उन्होंने इस अवैध खनन का विरोध किया, तो उन्हें धमकाया गया—
“चुपचाप घर में बैठो, नहीं तो किसी भी अप्रिय घटना का अंजाम भुगतना पड़ेगा।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब भी वे घर से बाहर निकलते हैं, कुछ लोग उनकी लगातार रैकी करते हैं, जिससे उन्हें आशंका है कि उनके साथ कभी भी कोई अपराधिक वारदात हो सकती है।
पवन चौधरी ने स्पष्ट कहा है कि यदि उनके साथ कोई अनहोनी होती है, तो इसके लिए दोनों नामजद आरोपितों के साथ-साथ अवैध बालू खनन से जुड़े अन्य आपराधिक तत्व एवं ईंट-भट्ठा संचालक जिम्मेदार होंगे।
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों में भी चिंता व्याप्त है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बालू माफियाओं का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है और विरोध करने वालों को निशाना बनाया जा रहा है।
इस संबंध में झंडापुर थाना अध्यक्ष ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और पुलिस कानूनी प्रक्रिया के तहत उचित कार्रवाई करेगी।
गौरतलब है कि पवन चौधरी ने हाल ही में जनसुराज पार्टी से बिहपुर विधानसभा चुनाव लड़ा था और सामाजिक मुद्दों पर मुखर रूप से सक्रिय रहते हैं।
अवैध खनन को लेकर क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है, जबकि पुलिस प्रशासन की अगली कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
वहीं अमन कुमार ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने दावा किया कि वे पूरी तरह कानून के दायरे में रहकर अपना व्यवसाय करते हैं।

