देहरादून IMA से देश को मिले 525 जांबाज़ अफसर

IMG 20251214 WA0015 2

खगड़िया के लाल अमन कुमार राय बने भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट—भरसो गांव में जश्न का माहौल

श्रवण आकाश, खगड़िया. देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) के ऐतिहासिक ड्रिल स्क्वायर में आयोजित भव्य पासिंग आउट परेड देशभक्ति, गर्व और अनुशासन का अद्भुत संगम बनी। परेड के बाद जब 491 भारतीय और 34 विदेशी कैडेट भारतीय सेना में कमीशन होकर अधिकारी बने, तो पूरा परिसर “भारत माता की जय” और सैन्य सलामी की गूंज से भर उठा। कमीशन प्राप्त करते ही युवा अधिकारियों ने जोश और आत्मविश्वास का परिचय देते हुए पुश-अप्स लगाए, जिसने दर्शकों का दिल जीत लिया।

img 20251214 wa00161526783577562483629

इसी गौरवशाली पल का हिस्सा बने खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत भरसो गांव निवासी ललन राय के होनहार सपूत अमन कुमार राय, जिन्होंने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर कमीशन प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया। अमन की इस ऐतिहासिक उपलब्धि की खबर जैसे ही गांव पहुंची, भरसो गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। ढोल-नगाड़ों, मिठाइयों और शुभकामनाओं के बीच ग्रामीणों ने अमन की सफलता को पूरे गांव की जीत बताया।

परेड के बाद भावुक क्षण तब देखने को मिले जब अमन के माता-पिता ने अपने पुत्र के कंधे पर लेफ्टिनेंट का स्टार लगाया। यह दृश्य हर आंख को नम कर गया। माता-पिता ने कहा कि बेटे की मेहनत, अनुशासन और देशसेवा का जज्बा आज साकार हुआ है। वर्षों की तपस्या, कठिन प्रशिक्षण और अनुशासन का परिणाम आज पूरे समाज के सामने है। अमन कुमार राय शुरू से ही मेधावी रहे हैं। गांव की सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने कभी अपने सपनों को कमजोर नहीं पड़ने दिया। कठिन परिश्रम, आत्मविश्वास और देशप्रेम के बल पर उन्होंने IMA जैसी प्रतिष्ठित अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त किया और आज भारतीय सेना के अधिकारी बने। अमन की सफलता ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे परबत्ता प्रखंड और खगड़िया जिले को गौरवान्वित किया है।

गांव के बुजुर्गों का कहना है कि अमन आज के युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। उनकी उपलब्धि यह संदेश देती है कि अगर इरादे मजबूत हों तो किसी भी गांव से निकलकर देश की सेवा की जा सकती है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने भी अमन को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। देश को मिले इन नए अफसरों के साथ ही खगड़िया के लाल अमन कुमार राय ने साबित कर दिया कि मिट्टी चाहे गांव की हो, हौसले अगर फौलादी हों तो तिरंगे की शान और ऊंची होती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *