जय माता दी, जय दुर्गे के जयकारे से गूंजायमान हुआ पुरा क्षेत्र, उमड़ी लोगों की भीड़
श्रवण आकाश, खगड़िया. गंगा किनारे अवस्थित सियादतपुर अगवानी पंचायत की डुमरिया बुजुर्ग गांव से विजयदशमी के दिन भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई। कलश विसर्जन शोभा यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी । सभी कलशों की विधि विधान पूर्वक पावन गंगा में विसर्जित किया गया । इस मौके पर दुर्गा मां की जय के जय कार्य से वातावरण गुंजमन हो उठा। श्रद्धा की भक्ति उमड़ पड़ी। मालूम हो कि डुमरिया बुजुर्ग गांव में शारदीय नवरात्र पर घर-घर में कलश स्थापित कर पूजन किया जाता है । प्रत्येक दिन कलश को नौ तरह की फूलों से सजाया जाता है । यहां कलश पूजन में फूलों का खास महत्व है । श्रद्धालु अहले सुबह से ही कई तरह की फूलों को एकत्रित करते हैं फिर श्रद्धा पूर्वक फूलों से कलश को सजाते हैं। विजयादशमी के दिन सामूहिक रूप से कलश विसर्जन शोभा यात्रा निकाली जाती है ।

यह परंपरा सैकड़ो वर्ष पुरानी है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विजयादशमी के दिन गाजे बाजे के साथ सामूहिक रूप से कलश विसर्जन शोभा यात्रा निकाली गई ।कलश विसर्जन शोभा यात्रा गांव का भ्रमण किया । जगह-जगह श्रद्धालु ने पुष्प वर्षा की, इसके बाद भक्तजन कतारों के साथ अगुवानी गंगा घाट पहुंचे और कलशों को विसर्जित किया गया । कलश को रंग-बिरंगे फूलों की पंखुड़ियां से सुसज्जित किया गया था। साथ ही कोलकाता से लाई गई रंग बिरंगी छतरी को कलश के ऊपर लगाया गया था, जो कि आकर्षण का केंद्र बना रहा । कुल मिलाकर आस्था ,विश्वास, श्रद्धा एवं भक्ति के साथ लाखों ग्रामीणों द्वारा कलश शोभायात्रा में शामिल होकर मां दुर्गा की कलश का विसर्जन किया।

मौजूद स्थानीय ग्रामीण राजेश चौधरी, बालमुकुंद हजारी, सच्चिदानंद चौधरी, पियुष हजारी, रजनीश चौधरी, राजीव कुमर, समाजसेवी सह युवा प्रवक्ता श्रवण आकाश आदि ने बताया कि जो भी श्रद्धालु निष्ठा पूर्वक कलश स्थापित कर पूजन करते हैं । उनकी मनोकामना मां भगवती अवश्य पूरा करती है । आज मां भगवती की कृपा से डुमरिया बुजुर्गों में समृद्धि की गंगा प्रवाहित हो रही है। यहां की कलश विसर्जन शोभा यात्रा खास है। कलश विसर्जन शोभा यात्रा में श्रद्धा और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिलता है। यहां कलश विसर्जन अनोखी तरह से हर वर्ष किया जाता है, जहां लोग आपसी भेदभाव भूलकर एक साथ होकर कलश विसर्जन करते हैं।