बिहपुर बना ‘मन की बात’ का सिरमौर, राज्यभर में नंबर वन

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132 बूथों पर 2226 लोगों ने सुनी मोदी की बात, विधायक बोले- जिम्मेदारी और बढ़ गई

बिहपुर विधानसभा क्षेत्र ने एक बार फिर खुद को साबित कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 123वें एपिसोड को सुनने में बिहपुर ने पूरे बिहार में पहला स्थान हासिल किया है। इस उपलब्धि पर मंगलवार को बिहपुर एनडीए कार्यालय में जश्न जैसा माहौल देखने को मिला।

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कार्यक्रम में मौजूद विधायक सह सत्तारूढ़ दल के सचेतक इंजीनियर शैलेंद्र, भाजपा जिलाउपाध्यक्ष प्रो. गौतम, बीएलए वन इ. कुमार गौरव, दिनेश यादव समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने इसे बूथ कमेटी और कार्यक्रम प्रभारियों की मेहनत और जीवटता का नतीजा बताया।

51.6% बूथों पर गूंजा ‘मन की बात’

विधायक शैलेंद्र ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र के कुल 256 बूथों में से 132 बूथों पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। यानी 51.6% बूथों पर कुल 2226 लोगों ने एक साथ प्रधानमंत्री की बात सुनी। यह आंकड़ा राज्य में सबसे अधिक है।
कार्यक्रम की उपस्थिति की गणना “सरल एप” पर फोटो और वीडियो अपलोड के आधार पर की गई।

नेतृत्व की मौजूदगी और संकल्प

इस मौके पर केंद्रीय नेतृत्व द्वारा भेजे गए तरुण त्यागी और शांतनु पात्रा भी उपस्थित रहे। विधायक ने कहा कि यह उपलब्धि गर्व के साथ-साथ जिम्मेदारी भी है। उन्होंने अगले कार्यक्रम में प्रतिशत और जनभागीदारी दोनों बढ़ाने का संकल्प लिया।

कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर

कार्यक्रम में रूपेश रूप, अभय राय, दिलीप महतो, ब्रजेश चौधरी, रंजीत गुप्ता, ब्रजेश नागर, दिलीप सिंह, बाल्मीकि मंडल सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल हुए और इस ऐतिहासिक उपलब्धि की खुशियां बांटीं।

नई जिम्मेदारियों का ऐलान, मिली बधाइयां

उधर, नवगछिया भाजपा जिलाध्यक्ष मुक्तिनाथ सिंह ने बताया कि बासकी मंडल को नवगछिया जिला, प्रो. गौतम को बिहपुर विधानसभा और मनोज मंडल को गोपालपुर विधानसभा का एनडीए संयोजक मनोनीत किया गया है। इस मनोनयन पर अजय उर्फ माटो, लालमोहन, सिंटू, सदानंद, निरंजन साह, अपूर्व रंजन, गंगा साह, राहुल कुमार, बिक्की चौधरी, कन्हैया झा, चंद्रकांत चौधरी, सिंटू मोदी और कल्याण झा सहित कई कार्यकर्ताओं ने शुभकामनाएं दी हैं।
बिहपुर की यह उपलब्धि न केवल एनडीए कार्यकर्ताओं के उत्साह को बढ़ाने वाली है, बल्कि यह दर्शाती है कि कैसे संगठनात्मक क्षमता, बेहतर प्रबंधन और समर्पण से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। अब देखना होगा कि आने वाले कार्यक्रमों में यह रिकॉर्ड कैसे और ऊंचाइयों को छूता है।

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