गोपालपुर, नवगछिया। शिक्षा विभाग के प्रखंड स्तरीय कार्यालय बीआरसी (ब्लॉक रिसोर्स सेंटर) गोपालपुर की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। शनिवार को दिन के 11:40 बजे तक कार्यालय में ताला लटका रहा, जबकि कार्यालय में लेखापाल, डाटा ऑपरेटर, बीआरपी और प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जैसे जिम्मेदार कर्मियों की पदस्थापना है।
स्थानीय लोगों और शिक्षा विभाग से जुड़े लोगों का कहना है कि जब विद्यालयों की निगरानी के लिए बनाए गए कार्यालय ही समय पर नहीं खुलते, तो फिर स्कूलों की स्थिति और अनुशासन की कल्पना ही की जा सकती है। बीआरसी का समय से न खुलना यह दर्शाता है कि प्राथमिक शिक्षा की जमीनी निगरानी भगवान भरोसे है।
जब इस संबंध में प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शशिकांत सुमन से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि वे “वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग” में व्यस्त थे। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि कार्यालय में बाकी कर्मचारी भी अनुपस्थित थे, जिससे साफ है कि पूरे कार्यालय स्तर पर समय पालन को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। यह घटना न केवल शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि प्राथमिक शिक्षा सुधार की ज़रूरत सिर्फ स्कूलों में ही नहीं, बल्कि निगरानी तंत्र के भीतर भी है।