भागलपुर, समीक्षा भवन सभागार में मंगलवार को जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता तथा उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह की मौजूदगी में जिला स्तरीय समन्वय समिति एवं जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति (डीएलसीसी) की दूसरी तिमाही बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिले के सभी सरकारी एवं निजी बैंक प्रतिनिधि शामिल हुए। जून 2025 तिमाही की समीक्षा में पता चला कि एसीपी में महज 20 प्रतिशत उपलब्धि दर्ज की गई जबकि साख-जमा अनुपात 51.38 प्रतिशत ही रहा।
खराब प्रदर्शन पर जिलाधिकारी ने नाराज़गी जताते हुए स्पष्ट कहा कि अगली तिमाही तक सभी बैंक लक्ष्य हर हाल में पूरा करें।
उन्होंने केसीसी, पीएमईजीपी व पीएमएफएमई जैसी योजनाओं में अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर भी असंतोष व्यक्त किया और क्रेडिट कल्चर को बढ़ावा देने, साथ ही वंचितों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर बल दिया।
बैठक में वित्तीय समावेशन संतृप्ति शिविरों को गति देने तथा आगामी लोक अदालत में अधिकाधिक ऋण समझौते कर लाभुकों को कर्ज़ मुक्ति पत्र प्रदान करने का भी निर्णय लिया गया।
