बेनीपट्टी के महमदपुर गांव में होली के दिन नरसंहार होता है। 6 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है । सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को एक-दो दिन बाद पता भी चलती है। लेकिन फिर भी पुलिस के हाथ अब तक खाली है।
मुख्य आरोपी प्रवीण झा अभी तक पुलिस के गिरफ्त से बाहर है।

माना जा रहा है कि नवंबर 2020 को गैवीपुर स्थित एक तालाब में मछली मारने को लेकर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हुआ था । दोनों पक्षों ने पुलिस से शिकायत भी की थी ।
लोगों का आरोप है कि पुलिस अगर निष्पक्ष और सख्ती से कार्यवाई करती तो आज इन बच्चों के ऊपर से पिता का साया नहीं उठता।

लोगों का एक आरोप यह भी है कि सवर्ण जाति से होने के कारण सरकार और नेशनल मीडिया इस खबर को प्रमुखता से नहीं ले रही है। क्योंकि दोनों जाति सरकार के कोर वोटर हैं। अगर यही दोनों पक्षों में से कोई एक भी दलित समुदाय के होते तो नेशनल मीडिया आज पीड़ित परिवार के घर होती।
बता दें कि आरोपी प्रवीण झा अपराधिक प्रवृति का था I जिसे नेताओं की संरक्षण भी हासिल था I
सोशल मीडिया पर यह मामला ब्राहमणों और राजपूतों के बीच का होता दिख रहा है। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो ब्राहमण आरोपी के लिए सजा की मांग कर रहे हैं।

मारे गए लोगों की जानकारी –
राणा प्रताप सिंह (52) ,BSF जवान
महंत रुद्र नारायण सिंह (40), मंदिर में पूजा पाठ
अमरेंद्र सिंह (32), मछली कारोबारी
वीरेंद्र सिंह (36) ,किसान, मछली कारोबारी
मनोज सिंह (40), सरकारी शिक्षक और रण विजय सिंह (38) किसान