नवगछिया, 20 मई 2025: नवगछिया पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन गेमिंग व सट्टेबाजी एप “Reddybook.Blue” के माध्यम से चल रहे साइबर ठगी के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से भारी मात्रा में डिजिटल डिवाइस और फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई:
दिनांक 20 मई 2025 को संध्या लगभग 4 बजे पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि नवगछिया थाना क्षेत्र के नया टोला मोहल्ला स्थित रौशन सिंह (पिता- स्व. विवेका प्रसाद सिंह) के मकान में कुछ संदिग्ध गतिविधियां चल रही हैं और बाहरी लोगों का लगातार आना-जाना हो रहा है। सूचना के सत्यापन और कार्रवाई हेतु नवगछिया थाना की टीम मौके पर पहुंची।
भागने की कोशिश, दो की गिरफ्तारी:
पुलिस जब मकान के निचले तल्ले में पहुंची, तो पाया गया कि कुछ युवक मोबाइल और टैबलेट के माध्यम से किसी प्रकार का कार्य कर रहे थे। पुलिस को देखकर वे भागने लगे, लेकिन दो व्यक्तियों को मौके से धर दबोचा गया।
तलाशी में हुआ बड़ा खुलासा:
गिरफ्तार युवकों और कमरे की तलाशी में पुलिस ने 9 एंड्रॉइड मोबाइल, 2 टैब, 1 राउटर सेट, 18 एटीएम कार्ड, 7 बैंक चेकबुक, 14 सिम कार्ड, 3 आधार कार्ड, 1 पैन कार्ड, 1 कैंटीन कार्ड समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्त किए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे 8-10 अन्य साथियों के साथ मिलकर अवैध रूप से “Reddybook.Blue” ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी एप के माध्यम से साइबर ठगी करते हैं। उनके पास इसका कोई वैध लाइसेंस नहीं है।
कानूनी कार्रवाई और मुकदमा दर्ज:
इस पूरे मामले को लेकर साइबर थाना नवगछिया में कांड संख्या 05/25, दिनांक 20.05.25 को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं 61(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 3(5) तथा आईटी एक्ट की धाराएं 66(D), 66(C) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी:
- पप्पू कुमार – पिता चमरू महतो, निवासी समसा ठाकुरबाड़ी टोला, थाना नवकोठी, जिला बेगूसराय।
- श्रीराम पासवान – पिता संतोष पासवान, निवासी रामपुर, थाना मंझीऑव, जिला गढ़वा (झारखंड)।
दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अन्य फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
पुलिस का बयान:
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से फर्जी दस्तावेजों और डिजिटल माध्यमों का प्रयोग कर आम लोगों से ठगी करता था। यह कार्रवाई साइबर अपराधों के खिलाफ पुलिस की सजगता और तत्परता का प्रमाण है।