बिहपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय पछियारी टोला, औलियाबाद में इस बार विश्व पर्यावरण दिवस कुछ अलग ही अंदाज़ में मनाया गया। जहां छुट्टियों में बच्चे आमतौर पर घरों में आराम करते हैं, वहीं इस विद्यालय के नन्हे सपूतों ने गर्मी की परवाह किए बिना पर्यावरण संरक्षण का बीड़ा उठा लिया।

विद्यालय परिसर में गुणकारी नीम और गमलों में विभिन्न पौधों को रोपित कर बच्चों ने न सिर्फ हरियाली को बढ़ावा दिया बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणादायक संदेश भी दिया। दिलचस्प बात ये रही कि इन बच्चों ने ग्रीष्मावकाश के दौरान भी प्रतिदिन स्कूल आकर पौधों की सेवा—जल सिंचन व देखभाल—का संकल्प लिया है।
इस पूरे आयोजन में मीना मंच की सक्रिय सदस्य कुसुम की भूमिका सराहनीय रही, जिन्होंने फोन कर पर्यावरण दिवस पर पौधा लगाने की याद दिलाई और सबको जागरूक किया।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनिल कुमार के साथ-साथ दीपक सोनी, लक्ष्मी, ऋतुराज, अल्का, प्रगति, आर्निका, सुरुचि, विवेक, अजीत, और गौरव ने भी अपनी भागीदारी निभाई और हर किसी ने अपने नाम का एक पौधा लगाया—जिसे वे अब बड़े प्रेम से बड़ा करेंगे।
यह पहल ना सिर्फ हरियाली बढ़ाने की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि यह दिखाता है कि पर्यावरण बचाने के लिए उम्र नहीं, इरादे मायने रखते हैं। औलियाबाद के ये बच्चे अब पूरे क्षेत्र में पर्यावरण के असली योद्धा बनकर उभरे हैं।
हर पौधा, एक वादा — धरती बचाने का इरादा! 🌱🌍