श्रवण आकाश, खगड़िया की कलम से
परबत्ता प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कुल्हरिया गांव के अमर वीर सपूत लांसनायक इरशाद अली की शहादत दिवस पर गुरुवार को स्थानीय लोगो ने उनके कब्र को फूल माला से सजाकर उन्हें याद किए। इसके साथ ही साथ शहीद इरशाद अली के कब्र पर मुख्य रूप से जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश यादव समेत कई अन्य लोगों ने नम आंखों से माल्यार्पण कर उनके क़ब्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिए। प्राप्त जानकारी अनुसार शहीद लांस नायक इरशाद अली 12 जनवरी 2002 को राजस्थान में भारत पाकिस्तान सरहद पर चौकशी करते हुए बारूदी सुरंग के विस्फोट में देश की सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे। कुल्हड़िया गांव के 5 जनवरी 1968 को इरशाद अली का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था। वे तीन भाइयों तथा दो बहनों में दूसरे स्थान पर रहने वाले इरशाद अली की आरंभिक शिक्षा दीक्षा जगन्नाथ राम उच्च विद्यालय सलारपुर में हुआ था । उन पर बचपन से ही देश प्रेम की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी।


वहीं पुछताछ में उनके सगे बड़े भाई भाई मैराज अली और छोटे भाई ईनाज अली ने कहा कि खगड़िया कोशी कॉलेज में पढ़ाई करते हुए कृषि बाजार समिति में लगाए गए सेना की भर्ती शिविर में चयनित होकर विशेष प्रशिक्षण के लिए बेंगलुरु चले गए थे। वही प्रशिक्षण के उपरांत उन्होंने थल सेना के बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप में ड्राफ्ट के रूप में पदभार संभाला था। इरशाद बचपन से ही नेक दिल वह शांत चित्त इंसान थे। सेना में रहकर भी वे शराब तथा अन्य नशा से दूर रह रहे थे और अपने दोस्तों को भी शराब और नशे से दूर रहने की सलाह दिया करते थे।


जबकि वहीं जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश यादव ने बताया कि जांबाज लांस नायक इरशाद ने रुड़की, जालंधर, देहरादून, जम्मू-कश्मीर आदि स्थानों पर साहस का परिचय देते हुए देश सेवा में लगे रहे 12 जनवरी 2002 को उनकी शहादत होने पर सेना के द्वारा उनके पार्थिव शरीर को सम्मान पूर्वक लाया गया था। जहां तत्कालीन एसडीओ तथा डीएसपी की मौजूदगी में बंदूकों की सलामी के साथ व सैन्य सम्मान के साथ हजारों ग्रामीणों की नम आंखों से उन्हें अंतिम सलामी दिया गया था। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में पुरानी मुंगेर जिला का प्रखंड का अतुलनीय योगदान रहा।

वही एआईएसएफ के जिला सह सचिव प्रशांत सुमन ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद भी बलिदान देने की इस परंपरा को कुल्हड़िया की इरशाद अली, मुरादपुर के अरविंद झा, झंझरा के दिवाकर कुमार, नयागांव के अखिलेश कुमार और कैप्टन आनंद, जेसीओ चंदन कुमार मिश्र जैसे वीर सपूतों ने जिंदा रखा। आज भी प्रखंड के लोग अपने वीर सपूतों की कुर्बानी को प्रतिवर्ष याद कर गर्व महसूस करते हैं और उनके जज्बे को सलाम करते हैं। अंततः गुरुवार दोपहर बाद शहीद इरशाद अली के कब्र पर समाजिक कार्यकर्ता सौरभ कुमार, शानू आनंद, कुंदन शर्मा आदि ने नम आंखों से पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिए।
