बिहपुर, भागलपुर: बिहपुर प्रखंड मुख्यालय में भवन के अभाव को लेकर सरकार द्वारा नया भवन निर्माण के लिए दिशा-निर्देश जारी किया गया है। इस क्रम में प्रखंड प्रशासन ने प्रखंड के एकमात्र खेल मैदान को भवन निर्माण हेतु चिन्हित कर उसकी मिट्टी की जांच भी भेज दी है।
हालांकि, इस निर्णय से स्थानीय युवाओं, बुजुर्गों और जनप्रतिनिधियों में भारी आक्रोश है। यह वही मैदान है जहां वर्षों से बिहपुर महोत्सव, सद्भावना कप जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं का आयोजन होता रहा है। इस मैदान में रोज़ाना सैकड़ों युवा अभ्यास करते हैं, कई ने यहीं से तैयारी कर सरकारी नौकरियाँ प्राप्त की हैं। सुबह-शाम बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की भीड़ इस मैदान में रहती है।
राजद नेता अवनीश कुमार ने प्रशासनिक निर्णय पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि, “प्रखंड कार्यालय के पास पर्याप्त सरकारी भूमि पहले से उपलब्ध है। खेल मैदान के अलावा भी कई ऐसी जगह हैं जहां भवन का निर्माण कराया जा सकता है। खेल मैदान को चिन्हित करना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।”
इसी मुद्दे पर युवा राजद जिला अध्यक्ष अमन आनंद ने भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “खेल मैदान पर भवन निर्माण से प्रखंड में खेल गतिविधियाँ पूरी तरह समाप्त हो जाएँगी। सरकार पहले ही खिलाड़ियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, और अब खेल मैदान भी छीन लिया जाएगा तो भविष्य में छोटे आयोजनों तक के लिए कोई स्थान नहीं बचेगा। सरकार को यह फैसला तुरंत वापस लेना चाहिए।”
राजद के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस विषय पर प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) से मुलाक़ात की और उन्हें भविष्य में खिलाड़ियों को होने वाली कठिनाइयों से अवगत कराया। बीडीओ ने जवाब में बताया कि यह खेल मैदान ग्रामीण विकास विभाग की संपत्ति है, और विकल्पों पर विचार नहीं किया गया है।
प्रतिनिधिमंडल में उपस्थित प्रमुख नेता:
- राजद जिलाध्यक्ष अलखनिरंजन पासवान
- प्रखंड अध्यक्ष किशोर यादव
- सामाजिक कार्यकर्ता केदार शर्मा, अहमद मतवाला, मनीलाल पासवान
स्थानीय जनता और युवाओं की ओर से मांग की जा रही है कि सरकार इस फैसले पर पुनर्विचार करे और खेल मैदान को संरक्षित रखते हुए अन्य वैकल्पिक भूमि पर प्रखंड कार्यालय का निर्माण कराया जाए।
अब देखना यह होगा कि क्या सरकार जनभावनाओं का सम्मान करते हुए खेल प्रेमियों को राहत देती है या फिर मैदान पर निर्माण की कार्यवाही आगे बढ़ती है।