नवाचारी शिक्षा पद्धति के लिए मिला राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, दिल्ली में दिनकर सोसायटी और नेत्रहीन परिषद ने भी किया सम्मानित
नई दिल्ली। बिहार के खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत भरतखण्ड गांव के मूल निवासी एवं दिल्ली रोहिणी सेक्टर-8 स्थित सर्वोदय विद्यालय के प्राचार्य श्री अवधेश कुमार झा को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में अपनाए गए उनके अनूठे और नवाचारी प्रयासों के लिए प्रदान किया गया।
शिक्षक दिवस पर आयोजित समारोह में देशभर के चुनिंदा शिक्षकों को यह सम्मान दिया गया। श्री झा ने लंबे समय से बच्चों की शिक्षा को व्यावहारिक और जीवनोपयोगी बनाने पर जोर दिया है। उनके नवाचारों ने विद्यार्थियों के सीखने के तरीके को आसान और रोचक बनाया है। यही कारण है कि उनकी कार्यशैली शिक्षा जगत में प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है।
राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्राप्त करने के बाद राजधानी दिल्ली में भी श्री झा का स्वागत हुआ। रोहिणी स्थित दिनकर सोसायटी और नेत्रहीन परिषद ने संयुक्त रूप से उन्हें विशेष सम्मान प्रदान किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में शिक्षाविद और समाजसेवी उपस्थित रहे।
अतिथियों का कहना था कि अवधेश कुमार झा का यह सम्मान बिहार के साथ-साथ पूरे देश का गौरव है। उनकी निष्ठा और प्रतिबद्धता ने साबित कर दिया है कि शिक्षा में सकारात्मक प्रयोग बच्चों के भविष्य को नई दिशा दे सकते हैं।
