पसराहा थाना क्षेत्र के सतीश नगर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने रिश्तों की पवित्रता और सामाजिक परंपराओं पर बहस छेड़ दी है। पति की मौत के बाद विधवा हुई महिला ने उसी युवक से विवाह कर लिया जिसे वह भाई मानकर सम्मान देती थी। शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद क्षेत्र में चर्चा और आलोचना का दौर शुरू हो गया है।
क्या है मामला ?
जानकारी के अनुसार, सतीश नगर निवासी कल्पना देवी के पति मिथलेश कुमार की कुछ महीने पहले सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। मिथलेश मूलतः पसराहा गांव के रहने वाले थे और सतीश नगर में परिवार के साथ किराए के मकान में रहते थे। पति की मौत के बाद कल्पना देवी अपने पांच छोटे बच्चों संग वहीं रह रही थीं।
इसी दौरान वह वार्ड नंबर-5 के निवासी कुंदन कुमार को भाई मानकर उससे घरेलू कामकाज में सहयोग लेती थीं। लेकिन अचानक कल्पना देवी और कुंदन ने मंदिर में शादी कर ली। शादी की तस्वीरें सामने आने के बाद ससुराल पक्ष और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।
परिजनों का आरोप
मृतक मिथलेश के भाई अमरेश कुमार ने इस विवाह को परिवार और बच्चों के साथ विश्वासघात करार दिया। उन्होंने कहा, “भाई की यादें मिटे भी नहीं थीं कि भाभी ने यह कदम उठा लिया। अब हमारा उससे कोई संबंध नहीं है। बच्चों का पालन-पोषण हम करेंगे।” उन्होंने बताया कि यह मामला ग्राम कचहरी में भी रखा गया, जहां कल्पना देवी ने लिखित रूप से अपनी दूसरी शादी को स्वीकार किया।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
गांव में इस शादी की कड़ी निंदा हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि विधवा महिला द्वारा भाई समान युवक से विवाह करना सामाजिक मर्यादा के खिलाफ है। सामाजिक कार्यकर्ता रणधीर सिंह ने कहा, “जब छोटे बच्चों को मां की सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब उन्होंने यह निर्णय लिया जो समाज के लिए गलत संदेश है।”
वर्तमान स्थिति
बताया जाता है कि कल्पना देवी अब सतीश नगर में कुंदन के साथ रह रही हैं, जबकि उनके पांचों बच्चे पसराहा गांव में चाचा अमरेश कुमार की देखरेख में हैं। गांव और समाज में यह मुद्दा लगातार बहस और आलोचना का विषय बना हुआ है।
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