मंगलवार को बिहार विधानसभा के मानसून सत्र में जब बात आम जनता की ज़रूरतों की आई, तो बिहपुर के भाजपा विधायक व सत्तारूढ़ दल के सचेतक इंजीनियर शैलेन्द्र पूरे तेवर में दिखे। उन्होंने लत्तीपुर उत्तर पंचायत के महादलित मुहल्ले की उपेक्षित हालत को सदन में जोरदार ढंग से उठाया।
विधायक ने बताया कि इस बस्ती के करीब 73 परिवार अब भी शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित हैं। पेयजल व्यवस्था बदहाल है और वर्षों पहले बना सामुदायिक भवन अब बिना छत के खंडहर में तब्दील हो चुका है। उन्होंने सदन में सीधे सवाल दागते हुए कहा – “क्या सरकार सच में इन महादलित परिवारों की सुध लेना चाहती है?”
इस मुद्दे पर राज्य के समाज कल्याण मंत्री जनक राम ने जवाब देते हुए कहा कि मुसहरी टोला में ‘हर घर जल’ योजना के तहत कार्य हो चुका है और शौचालय निर्माण की प्रक्रिया भी चल रही है। साथ ही उन्होंने सामुदायिक भवन के जीर्णोद्धार को लेकर सकारात्मक पहल करने का भरोसा भी दिलाया।
जनता की आवाज़ को सदन में बुलंदी से रखने वाले विधायक शैलेन्द्र ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उनके एजेंडे में सबसे ऊपर जनता का हक और हक़ीक़त है।