सुशासन बाबू के राज में अपराधियो का मनोबल दिन दुगनी रात चौगानी बढ़ रहा है, घर में घुस कर मारी गोली ।
बिहार में लॉ एंड ऑर्डर हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है। ये हकीकत है कि जब-जब सरकार ने सख्ती दिखाई है, तब-तब हालात थोड़े बेहतर हुए। मगर मौजूदा सरकार में जो सबसे बड़ी पार्टी (BJP) है वो छोटे भाई की रोल में है। जबकि छोटा भाई (JDU) बड़े भाई की भूमिका निभा रहा है। छोटे भाई (JDU) की चिंता है कि मैं छोटा कैसे हो गया? मुझे भी ‘बड़ा’ बनना है। उसका पूरा का पूरा फोकस ‘बड़ा’ होने पर शिफ्ट हो गया है। जबकि संख्या के आधार पर जो ‘बड़ा भाई’ है उसको लगता है कि उसकी जवाबदेही ज्यादा बढ़ गई है। मगर गुहार, सवाल और मांग से हालात बेहतर होते नहीं दिखते।
भागलपुर जिले के खरीक थाना क्षेत्र के जमालदीपुर गांव निवासी तनुक लाल चौधरी उर्फ अनिल चौधरी के 28 वर्षीय पुत्र राजेश चौधरी उर्फ मुहटेरा को शुक्रवार के दिन लगभग 11:30 बजे साइकिल सवार एक युवक ने अनिल चौधरी के दरवाजे पर गले से ऊपर कनपटी में गोली मारकर के हत्या कर दी ।।
जिस कारण राजेश चौधरी की मौके पर मौत हो गई युवक गोली मारकर लत्तीपुर चौक के तरफ भागने में सफल रहा मृतक खाना खाकर अपने दिनचर्या के तरह घर के समीप अनिल चौधरी के दरवाजे पर जाकर खड़ा ही हुआ था कि अचानक साइकिल से एक युवक आकर उनके ऊपर गोली चला दिया जो कि कनपटी में लगा ।।
नीतीश कुमार का अब भी इस बात पर मंथन चल रहा है कि उनकी पार्टी को कम सीटें क्यों मिली? उनके बाद पार्टी कौन संभालेगा ? ये जेहन में है। बिहार को संभालने का एजेंडा ताखे पर है। ग्राउंड पर इसका नतीजा भी देखने को मिल रहा है। अपराधी लगातार चुनौती दे रहे हैं, नीतीश कुमार के पहले और दूसरे कार्यकाल में अपराधी हथियार छोड़कर ठेकेदार बन रहे थे। बिहार के आमलोग बातचीत में इसका जिक्र भी करते हैं। मगर मौजूदा हालात ठीक उसके उलट है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर नीतीश कुमार इतने कमजोर साबित क्यों हो रहे हैं। गुड गवर्नेंस पर जीरो क्यों साबित हो रहे हैं नीतीश कुमार?
मौके पर ही मौत हो गई घटना की सूचना खरीक थाना को मिलते ही थाना प्रभारी पंकज कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की छानबीन की और शव को अपने कब्जे में लेकर नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया।
सूत्रों का कहना है कि मृतक राजेश कुमार चौधरी अपराधिक प्रवृत्ति के लोग थे इनका इतिहास अपराधिक रहा है खरीक थाना बिहपुर थाना में कई मामले इनके नाम दर्ज हैं।
हालांकि मृतक के परिवार मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते आए हैं और सज्जन बताया जाता है। मृतक अपने पीछे पत्नी काजल देवी दो वर्षीय एक पुत्र पीयूष कुमार एक वर्षीय पुत्री रिया कुमारी को छोड़ गए मृतक की पत्नी काजल देवी एवं छोटे-छोटे बच्चे का रो-रोकर बुरा हाल है।।