- इसी महिने नाजिल हुआ था कुरान शरीफ
नवगछिया। बिहपुर के खानका आलिया कादिरिया फरिदिया मोहब्बतिया के गद्दीनशी हजरत अली कौनैन खॉ फरीदी एवं नायब गद्दीनशीं हजरत मौलाना अली शब्बर खॉ फरीदी ने कहा कि रमजानुल मुबारक का पहला असरा रहमत, दुसरा असरा मगफेरत व तीसरा असरा जहनुम से निजात दिलाने का है। यह महिना मुसलमानों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इस महिने में कुरान शरीफ नाजिल हुआ था। माह ए रमजान मुसलमान तीस दिनों का रोजा रखते हैं, इस महिने में दोज़ख के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं और जन्नत के दरवाजे खोले जाते हैं। रोजा के दौरान इंसान को झुठ, चुगली, हिंसा आदि सख्त मना है। रोजा के दौरान रोजेदार को भुख व प्यास दुनिया में गरीब-असहायो की मदद करने की सिख देता है। फरीदी ने कहा कि ऐसा करने से प्रेम भाईचारे का वातावरण बनता है। माह ए रमजान की वेशुमार फजीलतें हैं। सभी मस्जिदों में विशेष तराहवी की नमाज अदा की जाती है। इस माह का कदर करें, खुदा की इबादत करें व कुरान शरीफ की तिलावत करें। इस माह की खास इबादत नमाज ए तराहवीह है।