खगड़िया। राजेन्द्र नगर इलाके की गलियों में उस समय सन्नाटा पसर गया, जब 12वीं की छात्रा स्नेहा कुमारी की संदिग्ध हालात में मौत की खबर फैली। कोशी साइंस स्कूल की होनहार छात्रा और अलौली थाना क्षेत्र के दुधौरा गांव निवासी अरुण कुमार की सबसे छोटी बेटी, 17 वर्षीय स्नेहा अब इस दुनिया में नहीं रही — कैसे और क्यों, ये सवाल आज हर किसी के जेहन में है।
स्नेहा अपने सपनों को ऊंची उड़ान देने के लिए खगड़िया शहर में किराये के मकान में रह रही थी। पिता अरुण कुमार एक दुकानदार हैं और मां कंचन देवी गृहिणी। परिवार में दो बहनों और एक भाई में सबसे छोटी थी स्नेहा — परिवार की दुलारी और पढ़ाई में अव्वल।
परिजनों ने बताया कि 13 जुलाई की रात करीब 10 बजे स्नेहा की आखिरी बातचीत अपने पिता से हुई थी। सब कुछ सामान्य लग रहा था। लेकिन अगली सुबह का सूरज एक मनहूस खबर लेकर आया। जब पिता ने कॉल किया, तो मोबाइल स्विच ऑफ मिला। इसी बीच मकान मालिक से आई खबर ने सबको हिला दिया। आनन-फानन में परिजन मौके पर पहुंचे और चित्रगुप्त नगर थाना को सूचना दी गई।
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और पहले खगड़िया सदर अस्पताल, फिर ‘मर्डर केस’ की आशंका जताते हुए मायागंज अस्पताल, भागलपुर भेजा गया पोस्टमार्टम के लिए।
फिलहाल मौत का रहस्य बना हुआ है। पुलिस जांच में जुटी है, परिजनों से पूछताछ की जा रही है और हर एंगल से तहकीकात की जा रही है। क्या यह आत्महत्या है, हत्या या कोई और राज़ छिपा है — इसका जवाब आने वाले दिनों में सामने आ सकता है।
लेकिन फिलहाल, एक होनहार बच्ची के खामोश चले जाने से पूरा खगड़िया शोक में डूबा है। किताबों और ख्वाबों के बीच पल रही एक बच्ची की जिंदगी ऐसे टूटेगी, किसी ने सोचा न था।