झंडोत्तोलन के दौरान हुई इस अजीब स्थिति से सीडीपीओ रह गई आवाक

श्रवण आकाश, खगड़िया की कलम से
भारत का राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस को लेकर 15 अगस्त के दिन एक ओर जहां पुरा देश अमृत महोत्सव मना रहीं हैं और हर एक हिंदुस्तानी काफी हर्षोल्लास और उत्साह के साथ विधिवत झंडोत्तोलन कर राष्ट्रीय पर्व मना रहे हैं। तो वहीं दूसरी ओर खगड़िया जिला अंतर्गत परबत्ता सीडीपीओ कामिनी कुमारी द्वारा राष्ट्रीय पर्व के साथ अपनी ड्यूटी में सुस्ती बरतने को लेकर राष्ट्रीय पर्व के झंडोत्तोलन में खिलवाड़ करने की वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल की जा रही हैं। जिसे देख पदाधिकारी हीं नहीं बल्कि हर एक हिंदुस्तानी के खुन खौल उठेगी। प्राप्त जानकारी अनुसार 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस को लेकर वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार परबत्ता सीडीपीओ कामिनी कुमारी को भरसों पंचायत के थेभाय गांव के वार्ड संख्या 2 के महादलित टोला में झंडोत्तोलन के विधि व्यवस्था को देख शांतिपूर्ण ढंग से विधिवत झंडोत्तोलन कराने हेतु भेजा गया था। जहां लेटर में साफ कहा कि आपको झंडोत्तोलन में सम्मिलित होने हैं ना कि झंडोत्तोलन करने हैं, लेकिन इधर अन्य बुजुर्गों और सम्माननीय – गणमान्य लोग को दरकिनार कर खुद झंडोत्तोलन करने भिड़ गए। उसमें भी उल्टी झंडा और पुरानी सड़ी बांस के, जो झंडोत्तोलन के रस्सी के खिंचाव को भी सहन नहीं कर सका और झुक गई। इसके बावजूद भी झुकी झंडे के छोड़ झंडोत्तोलन करती रहीं। जिसको लेकर इन दिनों इलाकों में सीडीपीओ कामिनी कुमारी के झंडोत्तोलन की खबर से चर्चाएं प्रारंभ हो गई है।
वहीं जब परबत्ता सीडीपीओ कामिनी कुमारी से जबाव किया गया तो अन्य लोगों पर पल्ला झाड़ते बनी, लेकिन वायरल वीडियो देख आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं। इतना हीं नहीं सीडीपीओ कामिनी ने बताया है कि भरसों पंचायत के महादलित टोला में झंडोत्तोलन की व्यवस्था विकास मित्र को सौंपा गया था और जब वे वहां पहुंची तो उन्हें कोई तैयारी ही नजर नहीं आई। ऐसे में आनन-फानन में वहां झंडोत्तोलन की तैयारी की गईं। इसके साथ ही साथ सीडीपीओ ने कहा कि झंडोत्तोलन के समय बांस के उपर का अतिरिक्त डंडा टूट कर लटक गया। जो निश्चय ही तैयारियों में कोताही था। लेकिन इसे तिरंगे के अपमान के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। मामले से वे खुद भी घबड़ा गईं थीं।
वहीं इस मामले पर जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश यादव ने कहा कि उक्त गांव में सरकारी कर्मियों के द्वारा राष्ट्रीय झंडे के फहराने के क्रम में जो मामला प्रकाश में आईं हैं वो सरासर अपमान जनक मामला हैं। जिसे जिलाधिकारी द्वारा अविलंब जांच टीम गठित कर सीडीपीओ कामिनी कुमारी पर संबंधित उचित कार्रवाई करना चाहिए। वायरल वीडियो में राष्ट्रीय झंडे का खुल्लम खुल्ला अपमान हुआ हैं। यह परबत्ता प्रखंड हीं नहीं बल्कि देश के लिए कलंक हैं। ऐसे अधिकारी पर अविलंब कार्रवाई हो। वहीं इस मामले को लेकर राजद प्रखंड अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बताया कि वायरल वीडियो में सीडीपीओ कामिनी कुमारी के इस रवैया की कड़ी निन्दा करते हैं। इनके इस रवैया को जिला टीम के साथ साझा की जा रही है। अंततः इस मामले पर राजद पार्टियों की ओर से कार्रवाई की मांग की जा रही हैं।