श्रवण आकाश, (खगड़िया) की कलम से
खगड़िया जिला के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत खजरैठा पंचायत के वार्ड नंबर 2 निवासी महेंद्र यादव के 30 वर्षीय पुत्र अनुज यादव को सर्पदंश से हुई मौत। जानकारी के अनुसार बीते बुधवार को देर शाम घर में ही काम के दौरान काटा था। जिसके बाद आनन-फानन में परिजनों द्वारा अनुज यादव को प्राथमिक उपचार हेतु सीएचसी परबत्ता ले गया था । जहां चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक उपचार कराने के तत्पश्चात स्थिति में सुधार नहीं होने के लिए कारण रेफर कर दिया था। जिससे गुरुवार की देर रात मौत हो गई । जिससे पूरे इलाके में युवक की मौत से सन्नाटा पसर गया हुआ है। इधर परिजनों का रो-रो बुरा हाल है।


अब सवाल ये बनता है कि इस आधुनिक युग में भी सांप काटने के बाद प्राथमिक उपचार क्यों नहीं करती है ? स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर गांव – मुहल्ले में जा के सर्पदंश के बचाव को लेकर जागरूक क्यों नहीं चलाईं जा रहीं है ? इस तरह कि घटना प्रत्येक दिन कहीं ना कहीं किसी ना किसी क्षेत्रों में मिल हीं जाती है, जो स्वास्थ्य विभाग के कोशिशें कि विफलता को पेश करता हैं। वहीं पीड़ित परिवारों द्वारा आर्थिक सहयोग हेतु मुआवजा की मांग कर रहें हैं।


सर्पदंश से बचाव हेतु समाज में जागरुकता फैलाना हर एक नागरिक का है दायित्व
गर्म मौसम के सीजन में सांप काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों से आए दिन ऐसी खबरें आती हैं। कई बार सांप काटने के बाद लोग तत्काल डॉक्टर के पास जाने के बजाए तांत्रिकों के पास जाने उचित समझते हैं, जिसके कारण अधिकांशतः सर्पदंश पीड़ित परिवारों को मातमी माहौल में ढलने को मजबूर हो जाते हैं।


सांप काटने व सर्पदंश के बाद तुरंत करें ये काम:
- सांप अगर काट ले तो कोशिश करें की जिस जगह पर काटा है, शरीर का वह हिस्सा बिल्कुल भी ना हिले।
- जहां काटा है, उस जगह पर बीटाडीन या फिर स्क्रब सोल्यूशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि अगर ब्लीडिंग हो रही है, तो उसे हो जाने दें और बाद में इन चीजों का इस्तेमाल करें।
- कोशिश करें कि जल्दी-से-जल्दी अस्पताल पहुंचे।
- अस्पताल में जाने से आपको यह पता चलेगा की घाव कितना गहरा है।
- साथ ही यह भी पता चल जाएगा की आपको जहर वाले सांप ने काटा है या नहीं।


भारत के ग्रामीण क्षेत्र में मुख्य तौर पर दो तरह के सांपों के काटने की घटनाएं होती हैं। पहली करैत और दूसरा कोबरा। करैत सांप के काटने की जगह ऐसी दिखती है कि जैसे किसी मच्छर ने काटा हो। लेकिन करैत के काटने के बाद काटने वाली जगह पर सूजन आती है। जबड़े और घुटने में दर्द शुरू हो जाता है। इसका मतलब यह है कि शरीर में जहर फैलने लगा है। वहीं, अगर कोबरा काट ले तो उस जगह पर बहुत अधिक सूजन होती है, घाव की तरह दिखने लगता है। आंखों में परेशानी और पेट में अकड़न जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। इन दो सांपों को पहचानना बहुत जरूरी है। इसके अलावा धामिन और दोमुंहे सांप में जहर नहीं होता। ऐसे में आपको लक्षण पहचानना जरूरी है।

सर्पदंश के पश्चात् क्या नहीं करना चाहिए जानिए
सांप काटने के बाद किसी बाबा, ओझा, झाड़-फूंक, नीम की पत्ती को चबा कर देखना, कि कड़वा लग रहा है या मीठा, यह सब बिल्कुल नहीं करना चाहिए। पूर्वांचल के गांवों में सांप काटने पर ज्यादातर लोग नीम की पत्ती चबाकर पता लगाते हैं कि सांप ने काटा है या नहीं, हालांकि यह बहुत गलत भावना है। भुल से भी पंडित और ओझा के पास जाना से समय बर्बाद होता है। इन चक्करों में कतई न पड़ें. इतना ही नहीं जहां सांप ने काटा है, वहां पर चीरा नहीं लगाना चाहिए, इससे सेप्टिक होने के चांस बन जाते हैं। सांप काटने पर तनाव नहीं लेना चाहिए, क्योंकि घबराहट में अक्सर लोगों की मौत हो जाती है।
