बिहपुर (सोनवर्षा) – शिक्षा के क्षेत्र में बिहपुर दक्षिण/सोनवर्षा पंचायत ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक मोड़ लिया। वर्षों से जिस समस्या से छात्र जूझ रहे थे, उसका समाधान आखिरकार निकल ही आया। अब आठवीं पास करने के बाद छात्रों को नामांकन के लिए दूसरे पंचायत या गांवों की ठोकरें नहीं खानी पड़ेंगी – क्योंकि सोनवर्षा पंचायत को मिल गया है अपना प्लस टू हाईस्कूल!

अब तक यहां छात्राओं के लिए कन्या प्लस टू स्कूल तो था, लेकिन छात्रों के लिए कोई उच्च विद्यालय नहीं था। नतीजा यह होता था कि आठवीं पास करते ही छात्र शिक्षा के लिए इधर-उधर भटकते थे।
इस गंभीर समस्या को लेकर क्षेत्रीय विधायक एवं सत्तारूढ़ दल के सचेतक इंजीनियर कुमार शैलेन्द्र ने सकारात्मक पहल की। मंगलवार को उन्होंने पटना में बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार से मुलाकात कर पंचायत की इस जरूरत को मजबूती से रखा और आवेदन सौंपा।
शिक्षा मंत्री ने भी गंभीरता को समझते हुए तुरंत भागलपुर डीएम और डीईओ को मध्य विद्यालय सोनवर्षा दियारा को प्रोन्नत कर प्लस टू स्कूल बनाने का निर्देश दे दिया।
अब जल्द ही पंचायत में छात्र-छात्राओं के लिए समान रूप से दो प्लस टू स्कूल संचालित होंगे – एक कन्या विद्यालय और दूसरा नवप्रोन्नत विद्यालय।
इस सूचना के मिलते ही गांव में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। छात्र, अभिभावक और ग्रामीणों ने विधायक व शिक्षा मंत्री को धन्यवाद दिया।
ग्रामीण योगेंद्र कुंवर, प्रो. गौतम, अभय कुमार राय, चंद्रकांत चौधरी और संतोष सावर्ण ने संयुक्त रूप से कहा –
“सोनवर्षा पंचायत अब बिहार के उन गिने-चुने गांवों में शामिल हो गया है जहां दो-दो प्लस टू स्कूल हैं। यह शिक्षा की दिशा में क्रांतिकारी कदम है।”
कभी नामांकन के लिए परेशान रहने वाले छात्र आज अपनी ही पंचायत में आगे की पढ़ाई का सपना देख पा रहे हैं।
यह एक मिसाल है कि राजनीतिक इच्छाशक्ति और जनसरोकारों के प्रति संजीदगी मिल जाए तो बदलाव तय है।