भागलपुर। संविधान निर्माता और भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के कथित अपमान को लेकर सोमवार को स्टेशन चौक का माहौल गरमा गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि लालू यादव ने डॉ. अंबेडकर की छवि और योगदान का अपमान किया है और उन्हें इसके लिए देश से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
धरना प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने “भीमराव का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान” जैसे गगनभेदी नारे लगाए। हाथों में पोस्टर-बैनर लिए भाजपा कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बन रहा था। प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा जिला अध्यक्ष संतोष शाह कर रहे थे। उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार की राजनीति करने वाले लालू यादव ने अब देश के महान संविधान निर्माता को भी नहीं छोड़ा। यह देश इसे कभी माफ नहीं करेगा।”
हालांकि इस बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। वायरल तस्वीर में कुछ भाजपा कार्यकर्ता आगे बैठे नजर आ रहे हैं, जबकि डॉ. अंबेडकर की तस्वीर पीछे रखी गई है। इस पर कई यूज़र्स ने भाजपा को घेरा। एक फेसबुक पोस्ट में “यादव नीतीश कुमार” नामक यूज़र ने लिखा, “लालू यादव की बात करने से पहले अपने गिरेबान में झांकिए। डॉ. अंबेडकर की तस्वीर को पीछे रखकर खुद आगे बैठ जाना क्या अपमान नहीं है?”
इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई है। एक ओर भाजपा समर्थक इसे डॉ. अंबेडकर के सम्मान की लड़ाई बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विरोधी इसे दिखावा और दोहरा चरित्र कहकर आलोचना कर रहे हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने भागलपुर की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है और अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव इस आरोप और विरोध पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।