
सावन में सोलह सिंगार पिया का इंतजार
लघु कथा अरे ऋतू दी !आप अभी तक तैयार नहीं हुई,चलिए न जल्दी से तैयार हो जाइयेमंदिर चलना है ,और…
लघु कथा अरे ऋतू दी !आप अभी तक तैयार नहीं हुई,चलिए न जल्दी से तैयार हो जाइयेमंदिर चलना है ,और…
पायल की रुनझुन में, युग-मर्यादाके लिए मां सीता की स्वीकार्यता है. पायल की छम-छम में, कृष्ण-भक्तिभावयज्ञ की राधा-नाम चरितार्थता है….
लेखक: डॉ सत्यप्रकाश आज अपने पास की एक हॉट में जाना हुआ, धर्मपत्नी जी के साथ सुबह सुबह… मेरी दिनचर्या…
सुख दुःख है जीवन में ऐसे,जैसे होते धूप और छाँव।कभी मिलती मरहम ख़ुशियों की,तो कभी ग़मों के मिलते घाव।पर न…
कौन है जो कातिल बनाने में लगा हैकौन है जो मुझे आजमाने में लगा है। वक्त का रेत फिसलते चला…
उठे स्वप्न छोड़ दी नाव समंदर में बस उड़ानें पाने के लिएखोज ली डूबके मोती समंदर से थाह ली जमाने…
सोमवार का है दिवस,श्री शंकर का वार।भक्तों कर लो वंदना,मिलकर सह परिवार।। भोले शंकर जी सदा,राखो मेरी आन।लघु श्रद्धा से…
तेरी आशिकी में जाना तुम्हें गजल लिख रहा हूं।तेरी सूरत को सारे सहर में वज्म में लिख रहा हूं। दिल…