
कविता कानन


सशस्त्र सेना झंडा दिवस विशेष झंडा दिवस
आज सशस्त्र सेना झंडा दिवस हैसात दिसंबर उन्नीस सौ उनचास कोये मनाया गया था पहली बारतब से सशस्त्र सेना झंडा…

दूर चले जाओ
अच्छा सुनो तुम्हें जाना होतो जाओ।हमें वापिस क़ब्र तक छोड़ जाओ। झूठी जुबाँ झूठा प्यार भरोसे टीकारिश्ता हम से मैं…

अब हिंद के जवान जाग रे
तुझे पुकारती मातु भारती,अब हिंद के जवान जाग रे।ध्वजा तिरंगा बनो सारथी,गाओ राष्ट्र गीत शुभ राग रे। अरिमर्दन कर पाक…
आँखे चार करूँ
मैं अपनी वफ़ाओं की बात क्या करूँख्वाहिशें जला कर साबित क्या करूँ इस दुनियां में किस्मत से हमारे हीसब दुश्मन…

ओ रामजी, बड़ा दुःख दी ना
ओ रामजी, बड़ा दुःख दी ना तेरे इस कोरोना ने, बड़ा दुःख दी ना तेरे कोरोना ने, बड़ा दुःख दी…


बेटी बन जो आई मैं इस दुनिया में
बेटी बन जो आई मैं इस दुनिया मेंऐसा लगा पराई हूं मैं अपने ही घर में।सबने नाक और मुंह क्या…

बीत गया है बुरा जमाना
बीत गया है बुरा जमाना ,जब नारी शोषित होती थी ,ढोल,गंवार ,शुद्र ,पशु जैसी ,नारी प्रताड़ित होती थी ।कहलाती थी…