
साहित्य


बालिका दिवस शीर्षक- उड़ती हुयीं पतंगा हैं बेटियाँ
उड़ती पतंगा हैं बेटियाँ, माँ बाबा की दुलारी हैं बेटियाँ कड़कती धूप में शीतलता की छांव हैं बेटियाँ, फ़िजा हवाओं…
अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा व महिला दिवस ….. कवि की अवधी भाषा में लिखे गये चार सवैया छंद देखें..
ढाइनु आखर प्रेम मा होत औ ढाइनु ही प्रभु सृष्टि बनाई।। ईश्वर की ही जौ सृष्टि सबै तौ भेद अकारथ…




बेटी को बचाना है ।
बेटी देश की पहचान हैस्कूल की शान हैबाबूल की अभिमान हैमाता की प्राण हैकुल की मान हैसृष्टि की निर्माण हैजांच…

बेटी का घर
बापू मेरा घर है कहाँपूछ रही तुझे बेटियाँपहले जन्म हुई मेरीमुन्ना भाई तब आयाआवभगत हुई भाई कीमुझे क्यों समझाई गईक्या…

शीर्षक-शिक्षा-क्रांति
दुःखद है वेदना, गरीबी अमीरी का अंतर,देश की बढ़ताी निरक्षरता करती निराश।सोचे,देशभक्त,भारती का हर शीर्ष सेवक,उच्च शिक्षित को मिले उन्नति…

शीर्षक -राष्ट्रीय शिक्षा और सामाजिक समरसता उन्नयन में ऑनलाइन शिक्षा की भूमिका
सर्वद्रव्येषु विद्यैव द्रव्यमाहुरनुत्तमम् ।अहार्यत्वादनर्ध्यत्वादक्षयत्वाच्च सर्वदा ॥अर्थ: सब धनों में विद्यारुपी धन सर्वोत्तम है, क्योंकि इसे न तो छीना जा सकता…