बिहपुर (भागलपुर): रविवार की देर रात एक दर्दनाक घटना में बिहपुर रेलवे केबिन के पास वर्षों से बसे कहारपुर कोसी कटाव विस्थापितों की झोपड़ियों में आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि आसपास के लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक कई झोपड़ियां जलकर खाक हो चुकी थीं। गनीमत रही कि इस अगलगी की घटना में कोई जानमाल की क्षति नहीं हुई, लेकिन पीड़ितों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।
प्रभावित परिवारों में शामिल हैं:
- मदन तांती
- यादीप तांती
- मोनू कुमार
- कन्हैया शर्मा
- अमलू शर्मा
- धनंजय शर्मा
बताया जा रहा है कि ये सभी परिवार पिछले तीन-चार वर्षों से इस इलाके में अस्थायी झोपड़ियों में रह रहे हैं। आग कैसे लगी, इसका स्पष्ट कारण अब तक सामने नहीं आया है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि किसी झोपड़ी में जलती चूल्हे या दीये से यह हादसा हुआ होगा।
स्थानीय लोगों ने मिलकर किसी तरह आग पर काबू पाया, वरना यह घटना और विकराल रूप ले सकती थी। मौके पर प्रशासन की कोई तत्परता नहीं दिखी, जिससे विस्थापितों में नाराजगी है। पीड़ित परिवारों ने सरकार से तत्काल राहत और पुनर्वास की मांग की है।
स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से अपेक्षा:
अब देखना यह है कि स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस गंभीर घटना पर क्या कदम उठाते हैं। वर्षों से विस्थापित होकर झोपड़ियों में रह रहे इन परिवारों के लिए स्थायी पुनर्वास एक जरूरी मुद्दा बनता जा रहा है।