बेटे से चल रहा था संपत्ति विवाद, वारदात में गहरी साजिश की आशंका
गया (बिहार)। बिहार में अपराध बेलगाम है। अबकी बार न मरीज घायल हुआ, न तीमारदार—खुद डॉक्टर ही बन गया गोलियों का शिकार! मामला है गयाजी के शेरघाटी स्थित शेखपुरा मोहल्ले का, जहाँ डॉ. तपेश्वर प्रसाद को तीन राउंड गोली मारी गई, जिसमें एक गोली सीधे जबड़े में जा लगी।
घटना सुबह की बताई जा रही है। डॉक्टर साहब अपने गार्डन से टहलते हुए घर की ओर लौट रहे थे, तभी बाइक सवार तीन बदमाशों ने उन्हें निशाना बनाया। तीन गोलियाँ चलाई गईं—दो मिस हुईं, पर तीसरी ने जबड़ा चीर दिया।
स्थानीय लोगों ने साहस दिखाया, ईंट-पत्थर लेकर बदमाशों को खदेड़ा, लेकिन वे भाग निकलने में कामयाब हो गए। गंभीर रूप से घायल डॉ. प्रसाद को पहले शेरघाटी अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, फिर गयाजी के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया। हालत चिंताजनक बनी हुई है।
घटनास्थल से मिला लोडेड पिस्टल
पुलिस को मौके से एक लोडेड पिस्टल बरामद हुई है, जिससे साफ है कि हमला सुनियोजित था। पुलिस ने जांच तेज कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है।
परिवार में चल रहा संपत्ति विवाद
मामले ने और सनसनी तब फैलाई जब सामने आया कि डॉ. तपेश्वर प्रसाद का अपने बेटे डॉ. शशि रंजन से संपत्ति को लेकर गहरा विवाद चल रहा था। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं यह हमला पारिवारिक रंजिश का नतीजा तो नहीं।
पुलिस का दावा—जल्द होंगे गिरफ्तारी
शेरघाटी थाना पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही हमलावर गिरफ्त में होंगे। इधर, वारदात के बाद मोहल्ले में दहशत का माहौल है और आम लोग ‘सुशासन बाबू’ की सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
बिहार में अब डॉक्टर भी सुरक्षित नहीं! संपत्ति, रंजिश और पिस्टल के बीच पिस रही है इंसानियत।
क्या यही है सुशासन का असली चेहरा?