सिनेमा सिर्फ एक मनोरंजन का साधन नहीं है. यह करोड़ों लोगों तक आसानी से कोई भी सामाजिक संदेश पहुंचाने का एक प्रभावशाली माध्यम भी है. आज दो अक्टूबर को पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की 153वीं जयंती (Gandhi Jayanti) मना रहा है.
महात्मा गांधी की जिंदगी हमें बहुत कुछ सिखाती है. कई फिल्मों के जरिए भी उनके विचारों, सिद्धांतों और संदेशों को आम लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की गई है. आइए ऐसी फिल्मों पर एक नजर डालते हैं.
लगे रहो मुन्ना भाई
जब भी गांधीगिरी और फिल्मों की बात होती है तो सबसे पहले संजय दत्त की ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ ही याद आती है. खास तौर से यह बात यंग जेनरेशन पर लागू होती है. वैसे फिल्म बुजुर्ग से लेकर बच्चों सभी को खूब पसंद आई. गांधीजी ने शांति और अहिंसा के मार्ग पर चलना सिखाया था. यह फिल्म भी आम लोगों को यही पाठ पढ़ाती है. राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ साल 2006 में रिलीज हुई थी और फिल्म में संजय के अलावा अरशद वारिसी, विद्या बालन और बोमन ईरानी ने अहम भूमिकाएं निभाई थीं. संजय के सपने में बापू आते थे और उन्हें सही मार्ग पर चलने की राह दिखाते थे. उनका किरदार दिलीप प्रभावलकर ने निभाया था.
गांधी माई फादर
महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित फिल्म ‘गांधी माई फादर’ साल 2007 में रिलीज हुई थी. इसमें महात्मा गांधी और उनके बेटे हीरालाल गांधी के बीच के संबंध को दिखाया गया था. फिल्म में दर्शन जरीवाला ने बापू का किरदार निभाया था, जबकि अक्षय खन्ना उनके बेटे हीरालाल बने थे. फिल्म में दोनों के अभिनय को खूब सराहा गया था.
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