- खनन स्थल के खदान से उजली बालू लेकर ऊपर चढ़ने के दौरान ट्रैक्टर 50 फिट नीचे गढ्ढे में पलटी
- ट्रैक्टर चालक की ईलाज के दौरान मौत
बसंत कुमार चौधरी, नवगछिया। बिहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत हरियो कोसी दियारा क्षेत्र में अब भी इलाके के बालू माफियाओं द्वारा स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से उजली बालू का अबैध खनन जारी है। जबकि जिला खनन पदाधिकारी समेत नवगछिया एसपी शुशांत कुमार सरोज के सख्त निर्देश है और लगातार कार्यवाई करने के लिए भी कहा गया है, फिर भी बिहपुर इलाके के बालू माफिया निडर होकर स्थानीय पुलिस को मिलाकर दिनरात अबैध खनन में दर्जनो ट्रैक्टर हाईवा लगाकर लाखों कमा रहे है। हालांकि स्थानीय पुलिस को यहां हो रहे अबैध खनन होने की जानकारी नही है ऐसा नही है। पुलिस की गाड़ी के सामने से बिना तिरपाल ढके दर्जनो बालू लदी ट्रैक्टर व हाईवा सुबह से पूरी रात एनएच 31 पर दौड़ती है लेकिन पुलिस तमाशबीन बनी रहती है।
इसका जीता जागता उदाहरण:
- घटना बीते 9 मई की दोपहर करीब 2 बजे बिहपुर हरियो त्रिमुहान घाट समीप खनन स्थल के खदान से उजली बालू लदा ट्रैक्टर खदान से ऊपर चढ़ रहा था, तभी अधिक वजन व ऊंचाई के कारण ट्रैक्टर का अगला भाग ऊपर उठ गया, ट्रैक्टर चालक ने नियंत्रण खो दिया और ट्रैक्टर टेलर समेत 50 फिट खाई में पलट गया। ट्रैक्टर के नीचे आ जाने से ट्रैक्टर चालक हरियो निवासी श्रवण पासवान के 25 वर्षीय पुत्र जितेंद्र पासवान उर्फ सिक्सर गंभीर रूप से घायल हो गया। घरवालों ने घायल जितेंद्र को बिहपुर के एक निजी क्लिनिक में उपचार कराया और एक घँटे बाद उसे लेकर घर लौट आया। घर पहुंचते ही पुनः जितेंद्र की हालत अधिक बिगड़ने लगा। वहीं परिजन ने भागलपुर तातारपुर के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया।
- छह दिन तक जितेंद्र का वहां इलाज चला। वहीं शनिवार/रविवार रात्री क़रीब 12 बजकर 50 मिनट पर जितेंद्र की अचानक तबियत बिगड़ने लगा और देखते ही देखते उसने छटपटाकर दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है, जितेंद्र गाँव के ही सरपंच राजकिशोर राजपाल का कई माह से ट्रैक्टर चलाता था। घटना के बाद एक दिन भी सरपंच राजकिशोर ने जितेंद्र का स्थिति नही जाना, परिजन का हाल नही पूछा और न ईलाज में आर्थिक या कुछ मदद ही किया। मृतक के भाई धनंजय पासवान ने बताया कि गाँव के तीन व्यक्ति से करीब ढाई लाख से अधिक रुपिया ब्याज पर लेकर भाई के ईलाज में खर्च हुआ। लेकिन ट्रैक्टर मालिक सरपंच राजकिशोर एकबार देखने तक नही आया। रविवार को शव लेकर गाँव पहुंचे जहां पूर्व से तैनात सरपंच ने मृतक ट्रैक्टर चालक के परिजनों को मौखिक लोभ लालच देकर मुँह बंद रखने की सलाह देकर शांत कर दिया। रविवार देर शाम नारायणपुर के चकरामी गंगा घाट पर शव का दाह संस्कार कर दिया गया। छोटा भाई रितेश कुमार पासवान ने मुखाग्नि दी। घटना से मृतक के घर मे मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। मृतक के पिता गांव में ही मजदूरी कर परिवार चलाते हैं। पुत्र के इलाज में ब्याज का पैसा खर्च हुआ है। ग्रामीणों ने अनुमंडल प्रशासन से मृतक के परिजन को सरकारी सहायता राशी मुआवजे के रूप मे देने की मांग की है। इस बारे में बिहपुर थानाध्यक्ष राजकुमार सिह ने कहा की हमे इस बारे में सूचना नहीं है परिजन की ओर से आवेदन नहीं दिया है, आवेदन मिलने पर जांचोपरांत कानूनी कार्यवाई की जाएगी।