नवगछिया। झंडापुर थानाध्यक्ष विश्वबंधु कुमार का दबंग रवैया एक बार फिर चर्चा में है। इस बार एक ट्रैक्टर चालक ने थानाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। खगड़िया के मानसी से चौसा जा रहे ट्रैक्टर चालक ने बताया कि रास्ते में झंडापुर पुलिस ने उसे रोका और गाड़ी के कागजात दिखाने को कहा। चालक ने बताया कि सभी कागजात उसके पास हैं, लेकिन वे घर पर छूट गए हैं। उसने मोबाइल पर दस्तावेज मंगाने की बात कही ।
![झंडापुर थानाध्यक्ष पर लगा दबंगई का आरोप, शव ढोने से मना करने पर ट्रैक्टर चालक को धमकी 2 img 20241220 wa00014072632503232525013](https://www.inquilabindia.com/wp-content/uploads/2024/12/img-20241220-wa00014072632503232525013.jpg)
इसके बाद, थानाध्यक्ष ने चालक को निर्देश दिया कि सड़क किनारे मिले एक अज्ञात वृद्ध के शव को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए ले जाए। चालक ने डर और दबाव में शव को अस्पताल पहुंचाया। लेकिन जब उसने अस्पताल तक शव ढोने का किराया मांगा, तो थानाध्यक्ष ने कथित तौर पर धमकी दी, “चुपचाप निकल जाओ, नहीं तो 10 हजार रुपये का चालान काट देंगे।”
इस घटना से आहत चालक ने अपनी आपबीती साझा की। जब थानाध्यक्ष विश्वबंधु कुमार से इस मामले पर सवाल किया गया, तो उन्होंने बेपरवाही से कहा, “अगर उसने बयान दिया है तो खबर छाप दीजिए, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।”
मामले की जानकारी नवगछिया एसपी पुरन कुमार झा तक पहुंची। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी, और यदि आरोप सही पाए गए तो उचित कार्रवाई होगी।
दबंगई का यह मामला कई सवाल खड़े करता है
1. अज्ञात शव को ट्रैक्टर से क्यों ढोया गया? क्या शव वाहन उपलब्ध नहीं थे ?
2. किराया मांगने पर धमकी क्यों? क्या यह पुलिस की जिम्मेदारी नहीं थी ?
3. थानाध्यक्ष का बेतुका बयान: क्या ऐसे बयान कानून-व्यवस्था पर सवाल नहीं उठाते ?
ग्रामीणों ने घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने मांग की है कि दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। घटना ने नवगछिया पुलिस प्रशासन की छवि पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। अब सबकी निगाहें एसपी की जांच और कार्रवाई पर टिकी हैं।