पेंडमिक के दौरान मेंटल स्ट्रेस और तनाव से खुद को रखें दूर : प्रो. नीलिमा गुप्ता।

IMG 20210606 WA0102

बनारसी लाल सर्राफ वाणिज्य महाविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार के समापन के मौके पर बोली टीएमबीयू की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता –

थर्ड वेभ का खतरा अभी है बांकी, रहें सावधान।

वैक्सीनेशन के लिए कॉलेजों में भी चलाएं ड्राइव, लोगों को करें जागरूक और प्रेरित।

पेंडमिक के दौरान मेंटल स्ट्रेस और तनाव से खुद को रखें दूर : प्रो. नीलिमा गुप्ता।

रवींद्रनाथ ठाकुर । तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की सम्बद्ध इकाई नवगछिया स्थित बनारसी लाल सर्राफ वाणिज्य महाविद्यालय में विषानुजन्य महामारी आपदा कोविड-19 का विभिन्न आयामों पर प्रभाव विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार के दूसरे दिन कार्यक्रम का उदघाटन करती हुई टीएमबीयू की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि आज पूरा विश्व कोरोना पेंडमिक से जूझ रहा है। इस पेंडमिक को हौसले और जज्बे से सतर्कता के साथ जीता जा सकता है। हमें घबराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। बस सावधानी और सतर्कता बरतना बेहद आवश्यक है। डबल मास्क का प्रयोग करें। मास्क से अपने फेस खासकर मुँह और नाक को अच्छी तरह से कवर करके रखें। लोगों से दूरी बनाए रखें। सोशल डिस्टेंसिंग सहित कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें।
इस दौरान मेन्टल स्ट्रेस और टेंशन न लें। सकारात्मक विचारों को मन मे लाएं। खुद को इस महामारी से बचने के सभी उपाय करें। मौजूदा समय में सभी को हिम्मत से काम लेने की जरूरत है। फेस से मास्क उतारना मत भूलिए। खुद को कोरोना वेभ समझें। इससे निपटने का भी उपाय हम सबों के पास ही है।
कुलपति ने कहा कि यदि कोरोना का असर खत्म भी हो जाता है तो भी लापरवाह नहीं बनें। बल्कि हमेशा मास्क और सेनिटाइजर का प्रयोग करें। थर्ड वेभ से अभी खतरा बाकी है। मेंटल हेल्थ पर ध्यान दें।
उन्होंने कहा कि इस तरह का वायरस कोई नया नहीं है। ह्यूमन बॉडी और सेल् के अंदर वायरस के घुस जाने से स्थिति खराब हो रही है। इस वायरस को शरीर में नहीं घुसने देने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का जरूर पालन करें।

https://www.youtube.com/watch?v=J2ZhKSR675Q


कुलपति ने कहा कि आज दुनिया ने कोरोना की भयावहता से निपटने के लिए वैक्सीन भी बना लिया है। सभी लोग वैक्सीन जरूर लें। खुद भी टीकाकरण कराएं और अन्य लोगो को भी इसके लिए प्रेरित करें। कॉलेजों में वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के किये मुहिम चलाने की जरूरत है। इस तरह के वेबिनार के आयोजन से भी लोगों में जागरूकता आती है। वैक्सीनेशन को इस वेबिनार के माध्यम से आगे ले जाएं। इसके लिए विशेष ड्राइव चलाएं ताकि पूरी आबादी वैक्सीन ले लें। वैक्सीनेशन प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए आगे आएं। अभी खुद को प्रोटेक्ट करने की जरूरत है।
इसके पहले भी कई गम्भीर बीमारियों पर हमने फतह पायी है। प्लेग, कोलरा, हैजा, स्वान फ्लू आदि बीमारियों से हमें निजात मिली है। जल्द ही हमें कोरोना से भी मुक्ति मिल जाएगी।
इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय की परंपरा के मुताबिक कुलगीत से हुई।
कुलपति सहित वेबिनार के वक्ताओं और अतिथियों का स्वागत बीएलएस वाणिज्य महाविद्यालय शासी निकाय के सचिव व टीएमबीयू के सीनेट सदस्य डॉ मृत्यंजय सिंह गंगा ने किया।
डॉ गंगा ने कहा कि नवगछिया में मूलभूत सुविधाओं के अभाव के बीच भी यह महाविद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का अलख जगा रहा है। यहां तीनों संकायों में स्थायी संबंधन राज्य सरकार के द्वारा प्राप्त है। हजारों छात्र इस महाविद्यालय के अंग हैं। एनएसएस, एनसीसी, सपोर्ट्स आदि गतिविधियां भी इस महाविद्यालय में सक्रिय रूप से चल रही है।
शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों के सहयोग से बीएलएस कॉलेज आज विकास के पथ पर अग्रसर है। इसमें सबों का सकारात्मक सहयोग भी मिलता रहा है। शिक्षकों और कर्मियों के टीम वर्क के कारण ही आज यह दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन सफल हुआ है। डॉ गंगा ने कुलपति को एफिलिएटेड कॉलेजों की विभिन्न समस्याओं की ओर भी ध्यान आकृष्ट कराया।
कुलपति ने महाविद्यालय की समस्याओं से सम्बंधित लिखित प्रोपोजल देने को कहा। साथ ही कहा कि कोरोना का असर कम होने पर वे महाविद्यालय का विजिट भी करेंगी।
आयोजन में वेबिनार कॉर्डिनेटर व टीएमबीयू के जनसम्पर्क पदाधिकारी (पीआरओ) डॉ दीपक कुमार दिनकर का सराहनीय योगदान रहा।
कुलपति के उद्घाटन भाषण के बाद तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के डीन व पीजी जंतु विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार ठाकुर ने इस सेमिनार को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना का दुष्प्रभाव लगातार जारी है। आर्थिक और शैक्षणिक वातावरण गड़बड़ा रहा है। कई परीक्षाएं बाधित हैं। सामाजिक परिस्थिति में बदलाव आ गया है। कोरोना से बचाव के नियमों का पालन कर ही उस पर विजय पा सकेंगे। तीसरी लहर भी आने वाली है। उसका सामना करने को तैयार रहना है। इसलिए वैक्सिंग जरूर लें, कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें तभी उसके संक्रमण से बचे रहेंगे।
वहीं मुख्य वक्ता टीएमबीयू के भूगोल विभाग के पूर्व हेड डॉ एसएन पाण्डेय ने वेबिनार के विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि लैपटॉप और मोबाइल इत्यादि किसी भी इलेक्ट्रॉनिक या इलेक्ट्रिक उपकरण को अनावश्यक रूप से ऑन नहीं रखें, क्योंकि उससे भी खतरनाक गैस उत्सर्जित होती है। जिसका प्रभाव पर्यावरण पर ही पड़ता है। किसी भी वाहन को तेज गति से ना चलाएं। पर्यावरण को समृद्ध बनाने के लिए घर या आंगन में एक पौधा जरूर लगाएं, जल का संरक्षण करें। इसके अभाव में वर्षा चक्र बदल रहा है। जिसका प्रभाव फसलों पर पड़ रहा है। डॉक्टर इस धरती के भगवान हैं। जिन्होंने बहुतों की जान बचाई है। आज कोरोना के प्रभाव से ही सेमिनार की जगह वेबीनार करना पड़ रहा है। अपनो से दूरियां बढ़ गई है।
इधर टीएनबी कॉलेज के भूगोल विभाग के हेड डॉ अनिरुद्ध कुमार ने कोविड-19 के मनोवैज्ञानिक प्रभाव को लेकर कहा कि इसका प्रभाव हर जनमानस पर पड़ रहा है। जिसकी वजह से लोग घरों में कैद हैं, सड़कें वीरान हैं, बच्चों के खेल के मैदान सुने हैं, जीवन रक्षक दवा और ऑक्सीजन के लिए परिजन दौड़ रहे हैं। ऐसी विभीषिका पहले कभी नहीं देखी गई। आज कोई भी अपने आप को सुरक्षित नहीं मान रहा है। गलत खबरों का मनोवैज्ञानिक असर ज्यादा देखा जाता है। उन्होंने सलाह दी की योग और प्राणायाम जरूर करें। सोते समय टीवी या व्हाट्सएप नहीं चलाएं। कोरोना संबंधित बातें नहीं करें, बागवानी करें तथा संगीत का आनंद लें। जिससे मानसिक शांति मिलेगी।
हजारीबाग विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग अध्यक्ष डॉ सरोज कुमार सिंह ने मानव संसाधन के तहत शैक्षणिक व्यवस्था पर कोरोना के पड़े प्रभाव पर चर्चा करते हुए कहा कि सभी संसाधनों की कुंजी होती है मानव संसाधन विभाग जो कोरोना के कारण तार-तार हो चुकी है।
जबकि बिलासपुर स्थित सी वी रमन विश्वविद्यालय की समाज विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ काजल मोइत्रा ने पर्यावरण पर कोरोना के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि करोना आया है चला जाएगा, लेकिन पर्यावरण को संतुलित बनाए रखना है। फिलहाल कोरोना से बचाव के नियमों को अपनाना है।
यूएनपीजी कॉलेज पडरौना के भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ संजय कुमार सिंह ने मानव रिसोर्स पर कोरोना के प्रभाव पर चर्चा करते हुए देश-विदेश तथा राज्यों के बीच कोरोना के प्रभाव का तुलनात्मक ब्यौरा दिया।
कार्यक्रम के अंत में बनारसी लाल सराफ कॉमर्स कॉलेज के प्राचार्य मो नईम उद्दीन ने कुलपति, मुख्य अतिथि तथा सभी वक्ताओं के साथ साथ मीडिया कर्मियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार कार्यक्रम में सात सौ से अधिक लोग शामिल हुए।
आयोजन सचिव डॉ रणवीर कुमार यादव ने सफल आयोजन के लिए शासी निकाय के सचिव और महाविद्यालय परिवार के प्रति आभार जताया।
उक्त आशय की जानकारी वेबिनार के मीडिया प्रभारी राजेश कनोडिया ने दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *