Maa Urmila Clinic Bihpur – बिहपुर प्रखंड के एक निजी क्लीनिक के डॉक्टर पर खगड़िया जिले के चकप्रयाग निवासी अंकित कुमार ने संगीन आरोप लगाते हुए थाना में सोमवार को आवेदन देते हुए कार्रवाई की मांग की गई है। बताया गया कि उनके एक महिला परिजन की तबियत खराब होने पर बीते वर्ष सितंबर माह में बिहपुर के मां उर्मिला क्लीनिक लेकर गए।
यहां क्लीनिक के संचालक डॉ राजेश कुमार के द्वारा ईलाज के साथ-साथ बंध्याकरण कराने की बात कही। जिसके लिए 40 हजार रुपया जमा करने को कहा गया। क्लीनिक में ही अल्ट्रासाउंड जांच आदि की सभी प्रकिया मरीज का किया गया। जिसका पर्ची मरीज के पास है। ईलाज व बंध्याकरण आपरेशन होने के बाद उक्त महिला का पुनः बीते 27 फरवरी को तबियत खराब हो गई। उक्त मरीज का खगड़िया के परबत्ता में जांच कराया गया। जिसमें पता चला कि उक्त महिला सवा माह की गर्भवती है।
आवेदन में बताया गया है कि इस पर जब आवेदक ने डॉ. राजेश से इस विषय पर बात किया तो मुझ पर ही भड़क गए। हमें भी धमकी देते हुए कहा कि तुम्हारे शिकायत से मुझे या मेरे क्लीनिक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। डॉक्टर ने मुझे यह भी धमकी दिया कि तुम मेरे क्लीनिक में आये तो अंजाम बुरा होगा। थाना प्रभारी के द्वारा बताया गया कि आवेदन प्राप्त हुआ है और शिकायत के आलोक में विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। वहीं जब इसके बावत जब डॉ. राजेश से बात की गई तो उन्होंने कहा की मामले की जानकारी नहीं है। इसके बावत जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने बताया की बंध्याकरण में 0.3 प्रतिशत चांस ऐसा होता है की बंध्याकरण के बाद भी गर्भ रह सकता है। सरकारी चिकित्सालय में सरकार के द्वारा मुआवजे का भी प्रावधान है पर मामला निजी क्लिनिक से जुड़ा है तो वरीय पदाधिकारी ही विशेष जानकारी दे सकते हैं।
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