बाबा परशुराम जन्मोत्सव समारोह में पहुंचे कई बड़े दिग्गज नेता, परशुराम की जमकर लगी जमकर।
श्रवण आकाश, खगड़िया
खगड़िया जिला के परबत्ता प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत डुमरिया खुर्द ग्राम अवस्थित दुर्गा मंदिर परिसर में बाबा परशुराम जन्मोत्सव समारोह आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता बिहार बालीबाॅल संघ के संयुक्त सचिव सह खगड़िया जिला वालीबॉल संघ के संस्थापक रविन्द्र झा ने किया। वही इस समारोह की शुरुआत नवनिर्मित परशुराम मंदिर का उद्घाटन छपरा सारण विधान पार्षद इंजीनियर सच्चिदानंद राय और प्रवक्ता जदयू विधायक डॉक्टर संजीव कुमार द्वारा फीता काटकर किया गया। इसके पश्चात उद्घोषक प्रवीण कुमार त्रिपाठी (छपरा) के द्वारा भगवान परशुराम के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए संक्षिप्त संबोधन के उपरांत बाबा परशुराम, भुयिहार ब्राह्मण एकता मंच, आशुतोष कुमार, डाक्टर संजीव कुमार आदि के जमकर नारे लगा मौजूद अतिथियों का चादर व पुष्प अर्पित कर स्वागत किया। आपको ज्ञात हो कि आगामी 5 जून को बाबा परशुराम प्रतिमा का अनावरण भी पुर्व परिवहन मंत्री आर एन सिंह उर्फ रामानंद प्रसाद सिंह और खगड़िया बेगुसराय विधान पार्षद राजीव कुमार सिंह सह परबत्ता विधायक डॉ संजीव कुमार के सम्मिलित रूप में होगा। जिसके पुर्व 3 जून को कलश शोभायात्रा व पुजा पाठ, रामायण पाठ, सुन्दरकाण्ड पाठ और रात्रि स्थानीय गायक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होगी।
वही मौजूद बिहार प्रांत अंतर्गत छपरा सारण विधान पार्षद इंजीनियर सच्चिदानंद राय ने कहा कि परशुराम वंशज अभी नहीं बल्कि सदियों पुर्व से हीं पुरुषार्थ रहें हैं, कभी स्वार्थी नहीं रहें हैं। पर थोड़ी अपने परिवार और बच्चों के भरण पोषण हेतु स्वार्थ बने रहने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर जो डुमरिया खुर्द के युवाओं ने जो बिरा उठाया है वह काबिले-तारीफ है। मुझे बहुत ख़ुशी हुई कि खगड़िया के परशुराम वंशज युवा अपने धर्म में इतना दिलचस्पी लेकर इतने बड़े आयोजन करा रहे हैं।
वही मौजूद राष्ट्रीय जन जन पार्टी के संस्थापक सह भुमिहार ब्रह्मण एकता मंच फाउंडेशन के संस्थापक आशुतोष कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि भूमिहार-ब्राह्मणों को एक मंच पर आकर अपने समाज के विकास के लिए काम करना होगा। तभी हम सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक रूप से उन्नत हो पाएंगे। इसके लिए हमें अपने समाज को शिक्षित बनाना होगा तथा आपसी विद्वेष की भावना को समूल नष्ट कर नई राह बनानी होगी। ताकि हमारे समाज का विकास हो सके। इतना ही नहीं उन्होंने भुमिहार ब्रह्मण समाज की एकता को मजबूत बनाने पर जोर देते हुए कहा कि जब तक भूमिहार-ब्राह्मण एक साथ खड़ा नहीं होंगे, तब तक हमारा उत्कर्ष संभव नहीं है। भगवान परशुराम ब्राह्मण समाज ही नहीं बल्कि समस्त हिंदू समाज के लिए पूज्य है, क्योंकि वह विष्णु जी का छठा अवतार हैं । ब्राह्मण समाज उन्हें सदैव अपना अभीष्ट आदर्श एवं पथ प्रदर्शक मानकर उनकी आराधना और पूजा करता है । भगवान परशुराम शस्त्र और शास्त्र दोनों के ज्ञाता, सात चिरंजीवी में से एक हैं । हम उन्हें सदैव अपना प्रेरणास्रोत मानकर अक्षय तृतीया के दिन उनका जन्मोत्सव भव्य और पारंपरिक रूप से मनाते आ रहे हैं । इसके पश्चात उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम किसी खास भूमिहार ब्राह्मण के लिए भगवान स्वरूप पूजनीय नहीं है बल्कि हर एक हिंदू मुस्लिम नागरिकों के लिए इनके आदर्श को पढ़कर जानकर राहों पर चलने अति आवश्यक है। वर्तमान समय में जो लोग कहते हैं कि परशुराम सिर्फ भुमिहारों ब्राह्मणों के लिए ही पुजनीय है वह गलत है, जरा सोचिए भगवान श्री कृष्ण यदुवंशी, कई महापुरुषों को हम सभी लोग आदर्श मानकर उनके गुणों आदर्शों को समझते, एक दूसरे को बताते रहते हैं,पुजते है तो भूमिहार ब्राह्मण के पुजनीय बाबा परशुराम वो क्यों नहीं पूछ सकते। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि हर एक मंदिर में बाबा परशुराम की मंदिर होने चाहिए और पुजा अर्चना यदि कृष्ण भगवान, शंकर भगवान, बजरंगबली आदि की करते हैं तो बाबा परशुराम की भी एक प्रतिमा स्थापित कर पुजा अर्चना होने चाहिए। अंततः उन्होंने कहा कि बहुत जल्द पुनः खगड़िया जिले में संगठनात्मक कार्यों पर बल देकर भुमिहार ब्रह्मण एकता मंच फाउंडेशन को एक नई पहचान दी जाएगी, जिसमें सर्वधर्म के युवा युवतियों का सहयोग रहेगा।
जबकि वही मौजूद परबत्ता जदयू विधायक डॉ संजीव कुमार ने कहा कि मुझे बड़ी खुशी हुई और मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि मेरे विधानसभा में भगवान परशुराम की मंदिर निर्माण जोरो शोरो से हो रही है। जिसका उद्घाटन करने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुई। सब जातिगत लोगों को साथ लेकर चलने की सदा मेरी प्रयास रही है। क्योंकि जब सबका साथ होगा तभी हमारे समाज का विकास होगा। भुमिहार ब्रह्मण एकता मंच फाउंडेशन सबका हित और सबके सहयोग की बात करते हैं, और ये कोई गलती या बुरी बात नहीं है कि अपनो को संगठित कर समाज के विकास और जनहित का कार्य करें। मुझे गर्व है कि मैं भी भुमिहार हुं और परशुराम वंशज हुं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर मैं हीं नहीं मेरे पिता आदरणीय रामानंद प्रसाद सिंह उर्फ आर एन सिंह ही सबसे आगे रहते हैं, मैं और मेरे पिताजी के सहयोग से ही तो कहीं दुर्गा मंदिर, कहीं शनि मंदिर, कहीं बजरंगबली मंदिर आदि निर्माण कराया और अब बात रही परशुराम मंदिर की तो इसमें भी मैं उम्मीद से ज्यादा सहयोग करूंगा और प्रखंड के कई हिस्सों में भी बाबा परशुराम मंदिर निर्माण को लेकर योजना बनाई जाएगी। वही ग्रामीण युवाओं की मांग विधानसभा में हर वर्ष परशुराम जयंती पर अवकाश घोषित की मुद्दा मैं बिल्कुल उठाऊंगा और मुझे विश्वास है कि हमारे सरकार हमारी मांग को अवश्य पुरी करेंगे। अंततः उन्होंने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में भुमिहार ब्रह्मण सभी जाति का सम्मान करता आ रहा हैं, इसका मतलब ये नहीं कि कोई अन्य जातियों के लोग मेरे भगवान परशुराम और मेरे भगवान श्रीराम पर उंगली उठाए,भला बुरा कहे, यदि ऐसा गुस्ताखी कोई करता है तो मैं उनकी ऊंगली काट डालूंगा। यदि हमारे धर्म शास्त्रों पर बुरी नजर रखेंगे तो उनकी आंखें निकाल दुंगा। मैं परशुराम वंशज हूं जब बात प्यार से नहीं माने तो फरसा चलाने में भी हम परशुराम वंशज पीछे ना हटे थे ना हटे है और ना हटेंगे।
वही आयोजक ग्रामीण युवा आइटीबीपी संतोष कुमार ने कहा कि भगवान परशुराम जी को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने आततायियों का नाश करने के लिए फरसा उठाया था। उनकी प्रेरणा से गुंडे, बदमाश, नक्सलियों की खैर नहीं है। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि भुमिहार ब्राह्मण समाज के युवाओं और बुजुर्गों द्वारा जो मंदिर निर्माण के सपने को साकार करने का बीड़ा उठाया हैं और दिन रात एक कर सहयोग करने में अपनी दिलचस्पी दिखाई है, उन्हें तहेदिल से साधुवाद है। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि समस्त भुमिहार ब्राह्मण समाज का युवाओं का सहयोग एवं मार्गदर्शन करेगा। कार्यक्रम में उपस्थित भुमिहार ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ जनों से भी मंदिर निर्माण में यथासंभव आर्थिक सहयोग व निर्माण कार्य में अन्य योगदान जैसे श्रम दान,समय दान देने की भी बातें बताई। भगवान परशुराम किसी खास जाति के नहीं, बल्कि वे पूरे सनातन संस्कृति के हैं। समाज को एकत्रित करना ही सनातन संस्कृति का मूल भाव हैं। उन्होंने बताया कि जो जोड़ दे वह धर्म है, जो तोड़ दे वह अधर्म। जो अपने भूखे रहकर दूसरों को खिला देता है वह सनातन संस्कृति है । अंततः उन्होंने कहा कि यहां परशुराम मंदिर का निर्माण भव्य होगा।
वही इस समारोह में गायक चंदन कुमार सिंह(छपरा),गजल गायक राजीव सिंह,(आकाशवाणी भागलपुर) मनीष कुमार मानस (भागलपुर), रामकिंकर सिंह, गौतम आनंद, बिक्की आदि दर्जनों कार्यकर्ताओं और हजारों ग्रामीण मौजूद थे।