बिहपुर, 22 मार्च 2025 – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कथित रूप से राष्ट्रगान के अपमान का मामला अब तूल पकड़ चुका है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल (राजद), नवगछिया जिला इकाई ने अनुमंडल कार्यालय परिसर में मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया।
‘राष्ट्रगान का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान’ के नारों से गूंजा नवगछिया
प्रदर्शन के दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने ‘नीतीश कुमार होश में आओ’, ‘राष्ट्रगान का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान’ जैसे नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा राष्ट्रगान का अनादर अस्वीकार्य है और इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए।
राजद नेताओं का नीतीश कुमार पर हमला
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे राजद जिलाध्यक्ष अलख निरंजन पासवान और वरिष्ठ नेता शैलेश कुमार ने मुख्यमंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार अब मानसिक रूप से असंतुलित हो चुके हैं। उन्होंने कहा,
“मुख्यमंत्री लगातार अमर्यादित बयान दे रहे हैं, महिलाओं का अपमान कर रहे हैं, और अब राष्ट्रगान का भी अनादर कर रहे हैं। बिहार की जनता यह सब देख रही है और आने वाले समय में इसका जवाब देगी।”
राजद नेता गौतम कुमार प्रीतम और जिला प्रधान महासचिव संजय कुमार मंडल ने कहा,
“नीतीश कुमार केवल अपनी नहीं, बल्कि बिहार और बिहारी स्वाभिमान का भी अपमान कर रहे हैं। भाजपा और आरएसएस के समर्थन में वे इस हद तक गिर चुके हैं कि राष्ट्रगान के सम्मान का भी ख्याल नहीं रखते। लेकिन भाजपा और आरएसएस के नेताओं की चुप्पी से यह साफ हो जाता है कि वे भी इस कृत्य में सहभागी हैं।”
पुतला दहन और पैदल मार्च
बीते दिन राजद कार्यकर्ताओं ने मकंदपुर चौक से पैदल मार्च निकाला और अनुमंडल कार्यालय परिसर पहुंचकर मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। अंत में नीतीश कुमार का पुतला जलाकर प्रदर्शन समाप्त किया गया।
सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने लिया हिस्सा
इस प्रदर्शन में फौजी महेश मंडल, अभिषेक लालू, नसीब रविदास, सुमन कुमार, गौरीशंकर यादव, विनोद सिंह निषाद, तनवीर बाबा, सुबोध यादव, मेही दास, छतीश यादव, ज्योतिष दास, सुनील यादव, पियूष यादव, हिमांशु यादव सहित सैकड़ों राजद कार्यकर्ता मौजूद थे।
बिहार की जनता देगी जवाब – राजद
राजद नेताओं ने स्पष्ट किया कि “बिहार की जनता नीतीश कुमार के इस व्यवहार को नजरअंदाज नहीं करेगी। आने वाले चुनावों में जनता इसका करारा जवाब देगी।”
क्या है पूरा विवाद?
दरअसल, हाल ही में एक आधिकारिक समारोह के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राष्ट्रगान के दौरान अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगा है। विपक्षी दलों का कहना है कि उन्होंने राष्ट्रगान का अनादर किया, जबकि जदयू इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहा है।
बिहार की राजनीति में बढ़ी हलचल
इस घटना ने बिहार की राजनीति को गरमा दिया है। राजद इसे बड़ा मुद्दा बना रहा है, वहीं जदयू इसे विपक्ष की साजिश करार दे रहा है। अब देखना यह होगा कि जनता इस पूरे प्रकरण को किस नजर से देखती है और यह मामला आगे क्या मोड़ लेता है।