बिहार स्टेट हेड श्रवण आकाश की खास रिपोर्ट
सियादतपुर अगुवानी पंचायत की नवनिर्वाचित तेजतर्रार व राजनीतज्ञ मुखिया श्रीमती स्मृति कुमारी वर्तमान समय में शपथग्रहण के तुरंत बाद अपनी पंचायत की जनता के हितों से जुड़ी विभिन्न आंखो देखी समस्याओं व मुद्दों से अपने आंतरिक दिलों में हचचली मचने से तंग आकर साथ ही साथ नववर्ष 2022 की शुरुआत को लेकर खगड़िया जिलाधिकारी डाॅक्टर आलोक रंजन घोष, पुलिस कप्तान अमितेश कुमार, ए.डी.एम शत्रुघ्न सिन्हा और परबत्ता प्रखंड विकास पदाधिकारी अखिलेश कुमार आदि कई पदाधिकारियों से शिष्टाचार मुलाकात कर अपने पंचायत की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराई।

जिसके बाद उक्त लिखित पदाधिकारियों ने शिक्षित व अनुभवी मुखिया स्मृति कुमारी की बात से रूबरू होकर विभिन्न समस्याओं की अतिसीघ्र निवारण करने का आश्वासन दिया। वहीं पूछताछ में मुखिया स्मृति कुमारी ने बताई की बीते पंचवर्षीय शासनकाल में पंचायत के भूतपूर्व मुखिया जी के द्वारा हवा-हवाई विकास के नाम पर जनता का बरगलाने की बात बताई। इतना ही नहीं हर गली मुहल्ले में नल जल योजना का हवा हवाई कार्य, पक्की सड़क योजना में वृहत रूप से कमी के कारण वर्षा का जल जमाव, प्रधानमंत्री आवास योजना में भी ज्यादा संख्या में जनता असंतुष्ट, शौचालय निर्माण कार्य में भी कमी, सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों का अभाव, अंततः वर्षों से चली आ रही उपस्वास्थ्य केंद्र व सरकारी अस्पताल में विभिन्न विकास कार्यों की कमी और खासकर चिकित्सकों की घोर कमी आदि अपने पंचायत की कई मुल समस्याओं को लेकर विभिन्न पदाधिकारियों से शिष्टाचार मुलाकात की।

वहीं स्मृति मुखिया की पति कुनाल सिंह ने बताया कि अभी तो हम लोगों ने जनता भगवान की हित व क्षेत्र की विकास का सफर की शुरूआत की यह एक ट्रेलर हीं है और बहुत जल्द कास्टिंग भी दिखाउंगा। हमारी कोशिश है कि विभिन्न पंचायतों की तुलना में मैं अपने पंचायत सियादतपुर अगुवानी की विकास ज्यादा से ज्यादा कर दिखाऊं। हमारा जन्म हीं राजनीति की गोद में हुई है, अर्थात बचपन से अपनी माता भाजपाई कर्मठ कार्यकर्ता व नेत्री पुनम सिंह के द्वारा राजनीतिक कहानियां हीं सुनकर बड़ा हुआ हूं। अंततः जनता ने जिस विश्वास से मुझे मौका दिया है मैं सौ फीसदी विकास धरातल पर ना उतारा तो कहना। हमारी सपना जनता को पड़ेशान व सताई धन दौलत पर हक जमा रूवाब दिखाना नहीं बल्कि विकास की गंगा बहा आगामी पंचायत चुनाव में भी अपार बहुमत से पुनः जन प्रतिनिधि का मौका पुनः प्राप्त करना हैं।