इंकलाब इंडिया:- फिल्म हकीकत से अपने करियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता मैकमोहन अपने वक्त के दिग्गज कलाकार रह चुके हैं. सितारों की भीड़ में उन्हें सांभा के नाम से जाना जाता है. फिल्म शोले में उनके बोले गये तीन शब्द ‘पूरे पचास हजार’ आज भी बहुत लोकप्रिय हैं. हालांकी उनके फैंस को शायद ही ये बात पता हो कि मैकमोहन ने शुरू में सांभा का रोल करने से इनकार कर दिया था. आइए जानते हैं क्यों मैकमोहन ने सांभा का किरदार करने से मना कर दिया था.
जब रमेश सिप्पी ने मैकमोहन को सांभा का रोल ऑफर किया था तो उन्होंने वो किरदार करने से मना कर दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बेहद कम डायलॉग्स होने के कारण उन्होंने उस रोल में दिलचस्पी नहीं दिखाई थी. हालांकि बाद में उन्होंने फिल्म में काम किया.ज जब फिल्म रिलीज़ हुई तो उसे देखने के बाद मैकमोहन ने रमेश सिप्पी से शिकायत की थी कि उनके सीन काट दिए गए हैं, लेकिन रमेश सिप्पी ने उनसे कहा था कि अगर ये फिल्म हिट हुई तो तुम्हें सांभा के नाम से ही बुलाया जाएगा और इसके बाद के इतिहास से हर कोई वाकिफ है.
रवीना टंडन से था खास रिश्ता
15 अगस्त 1975 को जब शोले रिलीज हुई तो रमेश सिप्पी की बात सच हुई. फिल्म की सफलता के बाद सभी लोग मैकमोहन को सांभा के नाम से बुलाने लगे और आज भी उन्हें सांभा के नाम से ही जाना जाता है. खास बात ये है कि मैकमोहन का असली नाम मोहन माखिजानी था. ये बात बेहद कम लोग जानते होंगे कि मैकमोहन अभिनेत्री रवीना टंडन के मामा थे.
फिल्मी करियर
फिल्म शोले की सफलता के बाद मैक मोहन के सितारे चमक गए. इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्मों में काम किया. उन्होंने अपने करियर में शान, काला पत्थर ,डॉन कर्ज और कुर्बानी जैसी बहुत सी शानदार फिल्मों में काम किया. फेफड़ो में ट्यूमर की बीमारी के चलते साल 2010 में मैक मोहन ने आखिरी सांस ली, लेकिन आज भी वो अपने काम की बदौलत जिंदा है.