सरकारी जमीन को कब्जा कर स्थापित किया जा रहा अपने पूर्वजों की प्रतिमा।

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  • ग्रामीणों में आक्रोश, चौक चौड़ाहों पर हो रहा चर्चा
  • ग्रामीणों ने कहा गांव में नही होगी भूत-प्रेत की पूजा, नही होगी प्रतिमा स्थापित
  • प्रशासन ने साधी चुप्पी

वसंत कुमार चौधरी/नवगछिया। नारायणपुर प्रखंड के नवटोलिया गांव में काली मंदिर के समीप सार्वजनिक सरकारी जमीन को स्थानीय दबंगों एवं असामाजिक तत्वों द्वारा अबैध कब्जा कर अपने दिवंगत पूर्वजों की प्रतिमा को स्थापित करने का मामला ग्रामीण स्तर पर गरमाने लगा है। नवटोलिया समेत इलाके भर के ग्रामीणों में मामले को लेकर जबरदस्त आक्रोश पनप रहा है। हर ओर चौक चौड़ाहों पर लोगों में इसका खूब चर्चा हो रहा है। वही शायद इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को नही है, जिस कारण यहां दबंग अपने निजी स्वार्थ सिद्धि के लिए बेखौफ ढंग से सरकारी जमीन पर कब्जा कर अबैध पक्की निर्माण कार्य कर रहे हैं। वही नारायणपुर अंचल या थाना स्तर के प्रशासन चुप्पी साधी हुई है।

जबकि प्रतिमा स्थापित करने के लिए बन रहे मंदिर निर्माण कार्य पिछले एक माह से जारी है और पूर्ण भी हो चुका है। वही जल्द ही दबंग वहां पर प्रतिमा स्थापित करने वाले हैं। बता दें कि नवटोलिया गांव में दक्षिणेश्वरी काली मंदिर के पीछे परिसर में खाली पड़े सार्वजनिक जमीन पर स्थानीय दबंग संजय झा उर्फ संजय महात्मा उर्फ संजय बाबा द्वारा अपने दिवंगत माता-पिता की प्रतिमा को (जो पूर्व से उनके घर मे स्थापित है) उसको वहां से हटाकर मंदिर के समीप सार्वजनिक जमीन पर स्थापित कर उस जगह को अतिक्रमण करने का प्रयास कर रहे है, जो समाज के लिए भविष्य में बहुत बड़े विवाद का कारण बन सकता है। प्रतिमा स्थापित होने से समाज मे अशांति फैलने का खतरा हो सकता है।

इधर निजी प्रतिमा स्थापित होने की बात ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना हुआ है। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि गांव में देवी-देवताओं की पूजा अर्चना की जाती है। देवताओं के बीच भूत-प्रेत की पूजा, ये ईश्वर के प्रति आस्था के साथ मजाक है। वही स्थानीय प्रशासन इस मामले में चुप्पी साधे हुई है। लोगो का कहना है कि संजय झा द्वारा स्थानीय प्रशासन को भी अपने पाले में ले लिया गया है। इधर प्रतिमा स्थापित करने के विरोध में मंदिर कमिटी धरना प्रदर्शन करने की बात कह रहा है। इसे लेकर रविवार को मंदिर कमिटी बैठक करेंगे। मंदिर के संस्थापक सह वरिष्ठ समाजसेवी संजय चौधरी उर्फ सेठजी, एडवोकेट श्यामानंद उर्फ कुनकुन गुप्ता, मंदिर कमिटी के सचिव बसंत कुमार, उपाध्यक्ष सुरेश प्रसाद, कोषाध्यक्ष बमबम यादव, उप सचिव ब्रजेश यादव, समाजसेवी अरविंद चौधरी, रंजीत चौधरी, रूपेश चौधरी, डब्लू चौधरी, जयकुमार चौधरी, मनोज चौधरी, पंच संजू चौधरी, सत्यम प्रियदर्शी उर्फ कुंदन यादव, मनोज यादव, रंधीर मंडल, योगेश मिश्रा उर्फ जोगी, डॉ संजय मिश्रा, सचिन कुमार झा, तपेश ठाकुर, ब्यास बिंद, गजेंद्र पासवान, सरयुग ऋषिदेव आदि ग्रामीणों ने कहा कि संजय महात्मा गांववालों के बिना सहमति के सार्वजनिक स्थल पर अपने दिवंगत माता-पिता की प्रतिमा को स्थापित करने का सोच उनकी वास्तविक मानसिकता को गांववालों के बीच ला दिया है। यह किसी भी नजर से उपयुक्त नही है। संजय झा को अपने निजी जमीन पर अपने दिवंगत माता-पिता की प्रतिमा को स्थापित करना चाहिए। ग्रामीणों ने प्रशासन से प्रतिमा स्थापित करने पर रोक लगाने की मांग किया है।
इस बारे में भागलपुर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि मामले की जांच कर कार्यवाई की जाएगी।

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