बिहार में सुशासन बाबू के राज में शिक्षा ब्यवस्था में दिखी अनुशासनहीनता की नाटकीय घटना। शिक्षा मंदिर में पढ़ाई – लिखाई की जगह पदाधिकारी के सामने चली जमकर लप्पड़ थप्पड़। हाय रे शिक्षा विभाग । बीते दिनों खगड़िया जिला के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय खीराडीह पुरब में शुक्रवार को एक मामले में जांच करने पहुंचे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के सामने हीं एक शिक्षक और दूसरे शिक्षिका के समर्थकों ने अपना वर्चस्व दिखाने को लेकर लप्पड़ थप्पड़ चलाने से बाज नहीं आए। जिस पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की पैर कुछ देर पीछे हटते देर नहीं लगी। वहीं पुछताछ में दोनों ने एक दूसरे पर राजनैतिक मामले की तरह कई दस्तावेज दिखाने को तैयार हो गए। फिलहाल दोनों अपने अपने द्वारा आवेदन तैयार कर जिला पदाधिकारी और स्थानीय थाना में एक दूसरे के प्रति शिकायतों की फाइल लिए आने जाने में अपनी व्यस्तता दिखा रही हैं।

वहीं पुछताछ में खीराडीह गांव निवासी श्री नंद किशोर प्रसाद के सुपुत्र सह शिक्षक नेता रविश कुमार ने अपने विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रेखा देवी के नियुक्ति पत्र में फर्जी की बात के साथ ही साथ रेखा देवी के ऊपर शिक्षा विभाग के एक फंड में दो लाख रुपए के गबन की भी आरोप लगाया। इतना ही नहीं अपनी मनमानी दिखा उपस्थिति पंजिका में अपनी उपस्थिति नहीं बनाने देने आदि कई तरह की आरोपित सवाल खड़े करते दिख रहे हैं। यहां तक कि बीते दिनों प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार त्रिवेदी एक मामले की जांच करने हेतु पहुंचे हुए थे और एक दूसरे पर मामले की पुरी जानकारी लें रहें थे कि शिक्षक नेता रविश कुमार ने कहा कि महाशय शिक्षक की आपसी बात दफ्तर में हीं किया जाए ताकि शिक्षा विभाग के कर्मियों की त्रुटियां आपस में हीं रहें। तो इसी बावत वहीं मौजूद रेखा देवी के दर्जनों समर्थकों ने आक्रोशित व तुं तुं मैं के साथ मामले यहां तक पहुंच गई कि शिक्षक को थप्पड़ घुंसा के साथ विद्यालय परिसर में अपनी जान बचाने हेतु भागदौड़ करने की नौबत आ गई। जिसको देख शिक्षा पदाधिकारी के पैर पीछे खिसक गई।

वहीं उत्क्रमित विद्यालय खीराडीह पूरब के प्रधानाध्यापिका रेखा देवी ने बताई कि शिक्षक रविश कुमार विद्यालय में उपस्थित हीं नहीं होता था तो उपस्थिति पंजी में दस्तखत भला कैसे करने देते। रही बात वाट्सएप ग्रुप आदि सोशल मीडिया द्वारा गबन की बात तो वो सरासर झूठ है। मेरी नियुक्ति भी सिस्टमेटिक ढंग से हुई है जो सभी पदाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। फिलहाल ऐसे आलसी शिक्षक के ऊपर लगाए गए झुठी आरोप और प्रत्यारोप सहित सच्चाई को लेकर जिला पदाधिकारी के साथ ही साथ बिहार शिक्षा पदाधिकारी तक जाकर बताऊंगा और दूध का दूध पानी का पानी सभी के समक्ष करूंगा।


वहीं खीराडीह पंचायत के मुखिया राहुल कुमार ने बताया कि पुर्व प्रमुख वाली अकड़ और सरपंच वाली अकड़ के कारण हमारे पंचायत के गरीब बच्चों के उज्जवल भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रही है। जहां हमारे पंचायत के गरीब मजदूर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा हेतु विद्यालय शिक्षक के पास भेजते हैं। वहीं पर हलचली माहौल और पदाधिकारियों के सामने अनुशासनहीनता रुप में परिचय देना मुझे कतई पसंद नहीं। शिक्षा मंदिर में पढ़ाई के जगह अनुशासनहीनता दिखाने वाले दोनों के दोनों शिक्षकों को उस गाँव हीं नहीं बल्कि उस क्षेत्र हीं बाहर स्थानांतरण अंतिम निर्णय होगी और हमारे द्वारा पदाधिकारी से भी यही मांग हैं।