खगड़िया जिला के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत डुमरिया बुजुर्ग के पश्चिमी क्षेत्र व दियरा क्षेत्र में आग लगने से एक दर्जन से अधिक एकड़ में लगी गेहूँ की फसल जल कर राख हो गई। यहाँ तक कि दौनी किया हुआ सैकड़ों बोरा गेहूँ भी जल गया । अर्थात लाखों की अनाज जलकर हुआ स्वाहा । पीड़ित किसानों में हाहाकार मच गया है। वहीं अब तक आग लगने की कारण किसी के द्वारा नहीं बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बमबम सिपाही के खेत से तेज धुएं का गुबार देखा गया।जो कि देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया! बताया जा रहा है कि घटना में तेमथा पटपर मौजे के करीब 90 प्रतिशत फसल पुरी तरह से नष्ट हो गया है। फसल क्षति होने से पीड़ित किसान का आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। वहीं इस आगजनी घटना पर पीड़ित किसानों द्वारा उचित मुआवजे की मांग की जा रही हैं।


इसके साथ ही साथ बंदेहरा चौक के पास खेतों में और उदयपुर गांव में भी खेतों में लगी भीषण आग की लपेट में आई किसानों की फसलें। जिसके कारण दर्जनों किसानों की फसलें जलकर राख हो गई। जिसके कारण पीड़ित किसानों के परिजनों के घरों में दुःख की एक पहाड़ टुट पड़ी हैं। कईयों के घरों में चुल्हे भी बंद पड़े नजर आए। गरीब मजदूर के घरों में मां – पिता के साथ ही साथ बच्चे – बच्चियों की भी आंखों से आंसू की गंगा बहती नजर आई। आखिर इन गरीब मजदूर किसानों के आंखों में आंसू क्यों नहीं आएं। बिचारे चिलचिलाती धूप के खुले आसमान में महीने की मेहनत और महीनों की मजदूरी का मेहनताना अपने खेतों में खर्च कर उपजाए फसल जो नष्ट हो गया। इनके सपने की फसल जो आग की लपेट में नष्ट हो गई।


वहीं इस मामले को लेकर स्थानीय परबत्ता अंचलाधिकारी सीओ अंशु प्रसुन से जब संपर्क साधी गई तो आदरणीय सीओ अंशु प्रसुन ने अपनी कोई जबाव देने में अक्षम बताया। साथ ही साथ यदि इमरजेंसी में कोई किसी घटना को लेकर सुचित भी करें तो जल्द जबाव देने से पीछे मिलते हैं। जिसके कारण कईयों के दिलों में इनके इस कार्यों पर नाराजगी दिखाई दी।


हालांकि वहीं जब इस मामले को लेकर जिलाधिकारी डाॅक्टर आलोक रंजन घोष ने बताया कि किसानों की इस दुखद समाचार से मैं भी दुखी हुं। वहीं चुनावी क्षेत्र निरिक्षण के दौरान जैसे ही मुझे आगजनी की सुचना मिली। मैंने फ़ौरन संबंधित पदाधिकारी सीओ अंशु प्रसुन को जानकारी दिए हैं और फिर इधर संबंधित पदाधिकारी और दमकल गाड़ी भी भेजा। जिसके दौरान भीषण आग पर काबू पाया गया। अंततः इस आगजनी में सभी पीड़ित गरीब किसानों को उचित अनुदान राशि भी दी जाएगी। जिसके लिए सभी किसान अपनी अपनी सुची अंचल कार्यालय पर पहुंचाएं।


वहीं इस भीषण अग्निकांड को लेकर सियादतपुर अगुवानी पंचायत की मुखिया स्मृति कुमारी ने बताई कि मुझे भी ग्रामीण किसानों द्वारा जैसे ही सुचना मिली वैसे ही मैं घटनास्थल पर पहुंची और देखी कि आग की लपेट लगी हुई हैं और किसान हूंकार भर रो रहें हैं। साथ ही साथ इस संदर्भ में जिलाधिकारी डाॅक्टर आलोक रंजन घोष से बातचीत कि तो उन्होंने अविलंब संबंधित पदाधिकारी और दमकल विभाग को सुचित कर घटनास्थल पर पहुंचने को कहा। फिलहाल कुछ घंटे ग्रामीणों और किसानों द्वारा आग बुझाने की प्रयास किए जा रहे थे। वहीं दमकल गाड़ी भी पहुंची तो फिर जाकर आग पर काबू पाने में कामयाब मिली।

इतना ही नहीं वही मौजूद ग्रामीणों ने स्थाई रूप से परबत्ता क्षेत्र में दमकल गाड़ी उपलब्ध कराने की मांग की। क्योंकि परबत्ता जिले के अंतिम छोर होने के कारण दमकल काफी देर से अक्सर पहुंचा करती है। जिसके कारण दमकल पहुंचते – पहुंचते किसानों की फसलें जल जाती हैं।
