साहित्य कविता काननशिक्षा पर कुंडली न्यूज डेस्क3 years ago3 years ago01 mins शिक्षा दीपक भू जले, करिये यही प्रयास।सारा जग ही खिल उठे,होगा तभी विकास।होगा तभी विकास,समस्या को मारेंगे।बाजे डंका ज्ञान,सभी संकट हारेंगे।लेकर सत संस्कार,नहीं मांगेंगे भिक्षा।विनती करता ओम, दिलाओ सबको शिक्षा।। ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Post navigation Previous: गलत फहमीNext: प्राइवेट नौकरीविधा कविता Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
सबको पछाड़ ललित गर्ग और डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’ बने प्रथम विजेता न्यूज़ डेस्क12 months ago12 months ago 0
म.प्र. साहित्य अकादमी द्वारा अभा पुरस्कार से हिंदीभाषा डॉट कॉम अलंकृत न्यूज़ डेस्क2 years ago2 years ago 0