भागलपुर बाथ थाना क्षेत्र के दिनदयालपुर गांव चार दिन पुर्व एक बच्चे लापता होने कि खबर चलने के बाद परिजनों को मिले बच्चों घरों खुशी का माहौल।वहीं लापता बच्चे किशन कुमार उम्र13 वर्ष ने बताया कि 25 मई को शाम तीन बजे घर से मासुमगंज बाजार चप्पल खरिदने निकले थे।मासुमगंज बजार मे अधार कार्ड से खाते से एक हजार रुपये निकासी कर चप्पल खरिदने जा रहे थे। तभी पप्पू दुबे बजार मे अन्य लोगों के साथ खडे थे।पप्पू दुबे के सहयोगी हमारे पास आकर मेरा नाम पुछते हुए हमारे मुंह मे एक कपडा सटाते हुए मुझे बेहोश कर दिये।मुझे कहा लेकर चले गए मुझे कोई पता नहीं हैं।मुझे होश आने.पर देखा कि खगडिया जिला मुझे लाया गया हैं।और हमारे एक हजार रुपये भी ले लिये है।
फिर मुझे बेहोश कर दिये गए।उसके बाद मुझे होश आया तो मुंगेर जिला मुझे लाया गया हैं।जो मुंगेर कहा लेकर आया हैं।उस जगह को मै जानता हु।उसके बाद मुझे सुलतानगंज स्टेशन लाते हुए रेलवे ओभरब्रिज के पास एक टेम्पु में बैठा दिया गया। और मुझे पांच सौ रुपये मुझे वापस कर दिये।वे लोग आपस मे झगड़ा भी कर रहे थे।तभी टेम्पु से उतरकर मासुमगंज बाजार चाय दुकान पर पहुचने पर हमारे चाचा को फोन कर बुलाया गया तभी घर पहुचे हैं।और उन लोगों के द्वारा कहा गया कि किसी को कुछ बताओंगे तो तुम्हारे सभी भाई का अपहरण कर लेगे और किसी को जिन्दा वापस नहीं भेजेंगे।
तुम्हें वापस भेज रहे हैं। वहीं लापता बच्चे के पिता राजेश पांडे ने बताया कि हमारे बडे पुत्र सही सलामत घर पहुचे हैं।मुझे खुशी मिली हैं।लेकिन हमारे पुत्र द्वारा कही जा रही बाते मुझे सता रही हैं कि पडोसी पप्पू दुबे द्वारा हमारे बडे पुत्र किशन कुमार का षड्यंत्र कर अपहरण कर लिया गया हैं।और हमारे पुत्र किशन कुमार को धमकी दि गई हैं।और रात्री मे 10 बजे हमारे घर पर पप्पू दुबे के दामाद कुंदन झा अपने अन्य सहयोगी के साथ आकर घर मे हम नहीं थे तो हमारे घरवाली सहित घर के लोगों को गाली गलौज करते हुए धमकी दि हैं कि किसी को कुछ कहोगे तो जान मार देगें।इस घटना कि जानकारी बाथ थानाध्यक्ष मणिष कुमार को देने.पर दो दिन हो गए हैं। लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई हैं।साथ ही लापता बच्चे के दादी एंव ग्रामीणों ने भी कहा कि बच्चे को षड्यंत्र के तरह अपहरण कि घटना का अंजाम देना और पप्पू दुबे के दामाद कुंदन झा के द्वारा रात्री 10 बजे दस अज्ञात लोग के साथ बेलेरो से आकर लापता बच्चे के घर पर गालीगलौज करते हुए पुलिस को कुछ भी बताने पर धमकी देना।स्थानीय पुलिस अपराधियों का मनोबल बढा रही हैं। गांव के सरपंच को भी कहने पर कोई सुनवाई नहीं हुई हैं।साथ ही स्थानीय पुलिस भी इस घटना को लेकर कोई कार्यवाही नहीं होने पर पप्पू दुबे एंव उनके सहयोगियों का मनोबल गांव मे बढता दिख रहा हैं।परिजनों मे इस घटना से पुरे डरे सहमे देखे जा रहे हैं।