बिहपुर – खिलाड़ियों की मेहनत और जज़्बे के सामने अफसरशाही की दीवार ढह गई। प्रखंड मुख्यालय के ठीक पीछे स्थित मैदान पर नए प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन के निर्माण की योजना जैसे ही सामने आई, सोमवार को दर्जनों खिलाड़ी विधायक इ. शैलेंद्र से मिलने पहुंच गए। साथ ही, सामूहिक हस्ताक्षरयुक्त आवेदन सौंपकर मैदान बचाने की गुहार लगाई।
खिलाड़ियों की इस पहल को गंभीरता से लेते हुए विधायक ने तत्क्षण भवन निर्माण विभाग के वरीय पदाधिकारी से बातचीत की और जेई रामजन्म राय व अंचल अमीन विकास कुमार को साथ लेकर मौके पर पहुंच गए। स्थानीय युवाओं की भावनाओं और मैदान की उपयोगिता को देखते हुए तय हुआ कि प्रस्तावित भवन का स्थान अब मैदान के पास की वैकल्पिक जमीन पर शिफ्ट किया जाएगा।
मैदान बचा, उम्मीदें जिंदा रहीं
खिलाड़ियों ने बताया कि यह मैदान न सिर्फ प्रखंड के कई गांवों के युवा-युवतियों की खेलकूद की ऊर्जा का केंद्र है, बल्कि खासकर बालिकाओं के लिए यह सुरक्षित और सुलभ स्थान है। उनका कहना था कि मैदान पर निर्माण कराना खेलों की हत्या के समान है।
वहीं विधायक इ. शैलेंद्र ने भरोसा दिलाया – “मैदान रहेगा, खेल भी होंगे और खिलाड़ियों के सपनों में कोई अड़चन नहीं आने दी जाएगी। जब तक मैं क्षेत्र का जनप्रतिनिधि हूं, खेल व खिलाड़ियों की उपेक्षा नहीं होने दूंगा।”
विधायक के त्वरित हस्तक्षेप पर युवाओं ने जताया आभार
इस मौके पर अंशु शर्मा, अनुज, आदित्य, मयंक राज, अमन कुमार, अजीत, आयुष, रितेश, सचिन, सागर पंडित समेत करीब 60 खिलाड़ी उपस्थित रहे। अजय उर्फ माटो, सदानंद, लालमोहन, सिंटू और सौरभ ने भी विधायक को धन्यवाद देते हुए कहा कि “यह सिर्फ मैदान नहीं, हमारी उम्मीदों का घर है।”
बिहपुर में युवाओं की आवाज़ बनी ताक़त और एक जनप्रतिनिधि की संवेदनशीलता ने बता दिया कि जब जनता और जनसेवक साथ हों, तो हर लड़ाई जीती जा सकती है – चाहे वो मैदान की हो या भविष्य की।