अगुवानी बस स्टैंड से गंगा घाट की ओर जा रही ऑटो और बैलगाड़ी के बीच हुई भिड़ंत में 60 वर्सिया महिला हुई जख्मी । ज़ख्मी महिला बीते दिन अगुआनी गंगा घाट पर लगने वाली माघी पूर्णिमा मेला देखने के लिए भागलपुर जिले के सुलतानगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत मझली गांव से चलकर अपनी बेटी नीलम देवी,पति शंभू मंडल के यहां आई थी। बीते दिन अपनी बेटी के ससुराल वालों के सभी सदस्यों के साथ मेला देख शुक्रवार को सुबह वापिस अपने गांव मझली ऑटो पर बैठ जा रही थी, कि अचानक अगुवानी जीएन बांध के चढ़ाव के पास विपरीत दिशा से आ रही बैलगाड़ी के बीच जोड़ों की भिड़ंत से ऑटो के किनारे तरफ बैठी महिला बैलगाड़ी के अगली नोंक का शिकार हो बुरी तरह जख्मी हो गई। इसके तत्पश्चात आनन-फानन में परिजनों द्वारा जख्मी महिला सुनीता देवी को प्राथमिक उपचार हेतु सीएचसी परबत्ता लाया गया। जहां चिकित्सक डॉ भुवनेश्वर कुमार और डाक्टर राजीव कुमार चौधरी द्वारा प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज हेतु सदर अस्पताल खगड़िया रेफर कर दिया गया। लेकिन इधर परिजनों ने आपसी सुझ बुझ के बाद जख्मी महिला सुनीता देवी को बेहतर इलाज हेतु मायागंज भागलपुर लेकर रवाना हो गया। जहां परिजनों द्वारा मिली जानकारी अनुसार जख्मी महिला की स्थिति नाजुक होने के कारण चिकित्सकों ने पटना रेफर कर दिया।

वहीं इस मामले को लेकर जख्मी सुनीता देवी की बेटी नीलम देवी ने बताई कि मैंने सुबह सुबह अपनी मां को अच्छी तरह से ख़ातिरदारी अर्थात खिला पीला कर मां को विदा किया था। मैंने कहा कि मां आज भर रुक जाओ कल घर जाना लेकिन मां ने जरुरी कार्य की बात बता जाने पर हठ कर रही थी इस कारण मैंने भी अपनी मां को जाने को तैयार कर दिया। इधर ऑटो और बैलगाड़ी वाले ने हीं अपनी चुक कर इस घटना को अंजाम दिया। वहीं जख्मी महिला के नाति सोनु कुमार ने बताया कि मैंने अपनी नानी सुनीता देवी को बहुत अच्छी तरह से गाड़ी पर बैठाकर बस स्टैंड के हीं पास था कि बांध पर से तेज रफ्तार से आ रही बैलगाड़ी को देख ऑटो वाले ने रूकने के बजाय बगल से ओवरटेक करने के प्रयास में यह घटना घटित हुई है। जिससे मेरी नानी बुरी तरह वापिस नानी गांव जाने के बदले अस्पताल आ गई। इधर ऑटो वाले चालक के कारण ही आज हमारे घर में ऐसे दिन देखने को मिली हैं।

अंततः ऑटो पर जख्मी महिला सुनीता देवी के बगल में बैठी महिला सुमता देवी ने बताई कि बस स्टैंड पर से ऑटो ठीक ठाक ही खुली थी लेकिन बांध पर से जब ढलान के ऊपरी छोर से बैलगाड़ी चालक द्वारा शोरगुल के साथ तेज गति से आ रही थी तो कई यात्रियों द्वारा भी ऑटो चालक को रूकने बोला लेकिन सभी यात्रियों की बात अनसुनी कर ऑटो चालक चलते रहें। जिसके कारण यह घटना घटित हो गई। इधर ऑटो चालक ने अपनी परिचय भागलपुर जिले के हीं हरपुर गांव बताया और कहा कि इस घटना में बैलगाड़ी वाले की हीं दोष है। फिर भी मैंने यात्रियों की बात नहीं सुनकर गलती की तो मेरी गलती हीं है। इस पर जो सजा देने चाहते हैं दीजिए। फिलहाल मैं जख्मी महिला सुनीता देवी के इलाज खातिर जो खर्च होंगे उसमें से आधी मैं देने तैयार हुं। आधी बैलगाड़ी वाले से मांग कीजिए।

अंततः इस मामले को लेकर बताते चलें कि ऑटो बैलगाड़ी के बीच संपर्क के दौरान हुई घटना को लेकर यात्रियों और आसपास के लोगों ने भी ऑटो वाले को ही दोषी बताया। इधर परिजन फिलहाल जख्मी की नाजुक स्थिति होने के कारण अभी ईलाजी प्रक्रिया में लगे हुए हैं। पुरे परिजनों के रो रोकर बुरा हाल है।