बिहपुर। खानका-ए-आलिया कादिरिया फरीदिया मोहब्बतिया शरीफ में आयोजित हजरत सैयदना मोहब्बत शाह कादरी फरीदी रह. व हजरत अलैहदाद शाह कादरी फरीदी रह. के सालाना दो दिवसीय उर्स ए पाक का मंगलवार को रूहानी माहौल में समापन हो गया।
सदरत सज्जादानशी हजरत अली कौनैन खॉ फरीदी और नेतृत्व नायब सज्जादानशी हजरत मौलाना शब्बर खॉ फरीदी ने की। जलसे में मधेपुरा, सुपौल, पूर्णिया, कटिहार, खगड़िया, अररिया सहित आसपास के ज़िलों से भारी संख्या में जायरीन उमड़े।
देर रात चले जलसे में उलमा-ए-कराम ने बुजुर्गों की तालीम, तसव्वुफ और इंसानियत भरे जीवन पर रौशनी डाली। तिलावत-ए-कुरान से हाफिज क़ारी तारीक अनवर ने महफ़िल का आगाज़ किया, वहीं कलकत्ता से आए मौलाना सैफुल्लाह अलीमी और खगड़िया से मौलाना अबूसालेह फरीदी ने वलियों से मोहब्बत को सच्चे ईमान की पहचान बताया।
नात-ओ-मनकबत में मुरादाबाद से आए शायर-ए-इस्लाम अख्तर परवाज़ नईमी और खगड़िया के शौकीन नवाज़ फरीदी ने अपनी कलामों से महफिल को महका दिया। संचालन हजरत मौलाना बदरुज्जमा जमा ने किया।
मंगलवार सुबह सात बजे आमजनों को मुये मुबारक की जियारत कराई गई। इसके बाद महफिल-ए-समा और खानकाही कव्वाली से माहौल सूफियाना हो गया।
उर्स में शामिल प्रमुख शख्सियतों में कटिहार के डिप्टी मेयर मंजूर खान, शहनवाज खान, शेर खान, गुलाम पंजतन फरीदी, अवनीश कुमार, रहबर खॉ, सरफराज खान, अमन कुमार, अलखनिरंजन पासवान, मोइन राइन आदि शामिल रहे।
आस्था, अकीदत और अदब का अनोखा संगम बना खानका का यह दो दिवसीय उर्स।